आपने कभी गूगल के होमपेज को ध्यान से देखा है। अगर आप कभी नोटिस करेंगे, तो आपको सर्च बटन के नीचे कई लोकल भाषाओं जैसे हिन्दी, बांग्ला, मराठी, गुजराती, पंजाबी व अन्य कई भाषाओं के साइन मिलेंगे। जिसका अर्थ है कि गूगल को कई लोकल भाषाओं में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। वैसे सिर्फ गूगल ही नहीं, कई विदेशी कंपनियां भी भारत में खुद की पकड़ मजबूत करने के लिए सिर्फ हिन्दी ही नहीं, बल्कि स्थानीय भाषा में भी अपने कंटेंट को मुहैया करा रही हैं। जिसके कारण युवाओं के लिए रोजगार का नया क्षेत्र खुला है और वह है लोकलाइजेशन।
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क्या होता है काम
आज जिस तरह कई बड़ी−बड़ी कंपनियों को अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए स्थानीय भाषा के जानकारों की जरूरत पड़ रही हैं, उसके कारण लोकलाइजेशन को बढ़ावा मिला है। इस क्षेत्र में व्यक्ति को वास्तव में कंटेंट का लोकल भाषा में अनुवाद करना होता है। वह दिए गए कंटेंट के भाव को समझकर लोकल भाषा में उसे अनुवाद करता है। यह महज अंग्रेजी से हिन्दी का अनुवाद नहीं है, बल्कि आपको लोकल भाषा जैसे मराठी, बांग्ला, पंजाबी, मलयालम, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ आदि किसी में भी अच्छी पकड़ का होना आवश्यक है।
स्किल्स
चूंकि आपका काम सिर्फ भाषा से जुड़ा है, इसलिए आपकी कम से कम दो भाषाओं पर कमांड बेहद अच्छी होनी चाहिए। लोकलाइजेशन में व्यक्ति सिर्फ शब्द का ही अनुवाद नहीं करता, बल्कि वह दिए गए कंटेंट के भावार्थ को समझकर उसका अनुवाद करता है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि आप अनुवाद करते समय शब्दों के विकल्पों में से सटीक शब्दों का चयन करें। इस क्षेत्र में आपकी क्वालिटी के साथ−साथ स्पीड व एक्यूरेसी भी काफी मैटर करती है। इस क्षेत्र में वही व्यक्ति सफल हो सकता है, जिसमें हमेशा कुछ न कुछ पढ़ने की चाहत हो, क्योंकि आप जितना अधिक पढ़ते हैं, आपका शब्दकोश उतना ही मजबूत होता चला जाता है।
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योग्यता
इस क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए अलग से किसी कोर्स को करना जरूरी नहीं है। बस आपकी लोकल भाषा पर पकड़ अच्छी होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं है तो आप शॉर्ट टर्म लैंग्वेज कोर्स के जरिए अपने स्किल्स को निखार सकते हैं।
संभावनाएं
इस क्षेत्र में काम की कोई कमी नहीं है। आज हर बड़ी कंपनी खुद का अधिक से अधिक विस्तार करना चाहती है, जिसके कारण लोकलाइजेशन की काफी जरूरत पड़ती है। आप किसी भी बड़ी कंपनी में बतौर टांसलेटर या रिव्यूयर बनकर खुद को स्थापित कर सकते हैं। अगर आपका काम अच्छा है तो कंपनी काफी अच्छा सैलरी पैकेज भी ऑफर करती है। वैसे कई एंजेसियां भी ऐसे लोगों को हायर करती है, जिनकी लोकल लैंग्वेज की समझ अच्छी हो। अगर आप कहीं पर फुल टाइम जॉब नहीं करना चाहते तो आप पार्ट टाइम या घर से भी बतौर फ्रीलासंर काम कर सकते हैं।
आमदनी
इस क्षेत्र में शुरूआती सैलरी 15000 से 20000 तक होती है। लेकिन धीरे−धीरे अनुभव के बाद और आपका काम पसंद आने पर सैलरी में इजाफा होता चला जाता है। वहीं अगर आप बतौर फ्रीलासंर काम करते हैं तो आपकी आमदनी आपको मिलने वाले प्रोजेक्ट पर निर्भर करेगी।
वरूण क्वात्रा