By अभिनय आकाश | Oct 01, 2021
पंजाब में छह-सात महीने में चुनाव है और तमाम दल चुनावी तैयारियों में लगी है वहीं राज्य की सत्ता पर काबिज कांग्रेस अपनी पार्टी बचाने की कोशिश में लगी है। लेकिन इन सब से इतर इस बार के चुनाव में एक और चीज की चर्चा जो सबसे ज्यादा हो रही है वो है राष्ट्रीय सुरक्षा। अब जब मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है तो इस पर बात करना लाजिमी भी है क्योंकि हम तो ऐसे लोग हैं कि एलएसी पर झड़प के बाद दिवाली में चीन की झालड़ों का भी संपूर्ण बहिष्कार कर देते हैं। पंजाब के सीएम पर से इस्तीफा देने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीते दिनों दिल्ली में डेरा डाला हुआ था। इस दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। इस मुलाकात को उस बयान से भी जोड़कर देखा जा सकता है जिसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ये कहा था कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नवजोत सिंह सिद्धू ठीक नहीं हैं। उन्होंने यहां तक कहा था कि जो शख्स बाजवा को गले लगाता हो वो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से कतई स्वीकार नहीं है क्योंकि पंजाब सीमावर्ती राज्य है। जहां पर अगर सिद्धू इस तरीके से पेश आते हैं कि वो बाजवा को गले लगा लें तो आप समझ सकते हैं कि राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।
NSA डोभाल को भिजवाएं अहम दस्तावेज!
कैप्टन और डोभाल की इस मुलाकात को पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता से भी जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार अमरिंदर सिंह द्वारा एनएसए डोभाल को कुछ अहम दस्तावेज भी भिजवाए गए हैं। हालांकि फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है कि ये कौन से कागजात हैं। गौरतलब है कि इससे पहले कैप्टन ने गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। सूत्रों की माने तो पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान पंजाब की आंतरिक सुरक्षा पर भी बातचीत की। वहीं ये भी कहा जा रहा है कि सिंह जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल सकते हैं। लेकिन इस बात की फिलहाल कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
अमरिंदर ने डोभाल संग मुलाकात पर क्या कहा
अमरिंदर सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ अपनी बैठक पर कहा था कि सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हैं, जिन्हें मैंने उठाया। पिछले चार सालों से, मैं देख रहा हूं कि पंजाब में क्या हो रहा है। ड्रोन (सीमा पार से) रोजाना आ रहे हैं। कुछ ऐसे हैं जिन्हें इंटरसेप्ट किया गया है, लेकिन ऐसे अन्य भी हो सकते हैं जिन्हें कोई नहीं जानता कि वे कहाँ जा रहे हैं।
आतंरिक सुरक्षा के लिहाज से अहम है पंजाब
पंजाब एक बॉर्डर स्टेट है और इसलिए इसको लेकर सभी की चिंता लाजिमी है। पंजाब में पाकिस्तान का खतरा कितना बड़ा हो सकता है इस बात को समझने के लिए इसके भूगौलिक दायरे को बारिक नजरों से देखना जरूरी है। पंजाब में 553 किलोमीटर का अंतरराष्ट्रीय सीमा है। । इनमें पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरन तारन, फिरोजपुर, फाजिल्का शामिल हैं। बॉर्डर स्टेट होने की वजह से पंजाब पर चौतरफा खतरा है।