आईपीएल 2021 के दूसरे चरण की शुरुआत दुबई में हो गई है। दूसरे चरण का पहला मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच खेला गया। चेन्नई सुपर किंग्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 156 रन बनाए थे। जवाब में मुंबई इंडियंस 136 रन ही बना सकी। ऐसे में मुंबई इंडियंस को 20 रन से हार का सामना करना पड़ा। भले ही चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी बल्लेबाजी से कोई खास कमाल इस मैच में नहीं किया हो लेकिन एक बार उन्होंने फिर साबित कर दिया कि डिसीजन रिव्यू सिस्टम यानी कि डीआरएस में उनका कोई जवाब नहीं है। विकेट के पीछे से उन्होंने ऐसा कमाल किया कि एक बार फिर बल्लेबाज चित हो गया।
डीआरएस में धोनी को हासिल है महाराष्ट्र
डीआरएस को अब तो सामान्य रूप से भारत में धोनी रिव्यू सिस्टम के नाम से बुलाया जाने लगा है। डीआरएस के बारे में धोनी का अनुमान काफी सटीक साबित होता आया है। शायद ही ऐसा कोई मौका आया है जब धोनी ने डीआरएस लिया हो और वह गलत साबित हुए हैं। ऐसे कई मौके आए हैं जब धोनी ने रिव्यू लिया है तो अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा है।
फिर दिखा कमाल
दुबई में मुंबई इंडियंस बनाम चेन्नई सुपर किंग्स के भी मैच में धोनी रिव्यू सिस्टम का कमाल दिखा। दरअसल, जब मुंबई इंडियंस की बल्लेबाजी चल रही थी उसी दौरान तीसरे ओवर की पहली गेंद दीपक चहर ने फेंकी। दीपक चहर की इस गेंद पर क्विंटन डिकॉक पूरी तरह से मात खा गए। दीपक चहर की गेंद उनके पैड पर लगी। चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों ने आउट की जोरदार अपील की लेकिन अंपायर ने क्विंटन डिकॉक को नॉट आउट करार दिया। इसके बाद धोनी ने अपना हाथ ऊपर करके रिव्यू ले लिया। रिव्यू में साफ तौर पर दिखा कि क्विंटन डि कॉक आउट हो रहे हैं। थर्ड अंपायर ने क्विंटन डिकॉक को आउट करार दिया जिसके बाद फील्ड अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा। इसके बाद धोनी पूरी तरह से ट्विटर पर छा गए। ट्विटर पर उनकी जमकर वाहवाही हो रही थी। कई यूजर्स ने इसके बाद इससे जुड़ा विडियो भी ट्वीटर पर साझा किया।
गायकवाड़ और गेंदबाजों ने सुपरकिंग्स को जीत दिलाई
सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ के नाबाद अर्धशतक के बाद ड्वेन ब्रावो और दीपक चाहर तूफानी गेंदबाजी से चेन्नई सुपरकिंग्स इंडियन प्रीमियर लीग में रविवार को यहां मुंबई इंडियन्स को 20 रन से हराकर अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गया। मई में आईपीएल के जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में कोविड-19 संक्रमण के कई मामले आने के बाद भारत में सत्र को निलंबित किए जाने के बाद सत्र बहाल होने पर यूएई में पहला मुकाबला था। चेन्नई के 157 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई की टीम ब्रावो (25 रन पर तीन विकेट) और दीपक (19 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने आठ विकेट पर 136 रन ही बना सकी।