By अनुराग गुप्ता | Jul 01, 2022
चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में औपचारिक रूप से शामिल हो सकते हैं। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से नाराजगी के चलते अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और फिर कांग्रेस को भी अलविदा कहते हुए खुद की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया था। इसके बाद अमरिंदर सिंह विधानसभा चुनाव के चलते भाजपा के साथ राजनीतिक गठबंधन किया था।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अमरिंदर सिंह जल्द ही भारत लौटने के बाद अपनी पार्टी का विलय भाजपा में कर सकते हैं और औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो जाएंगे। दरअसल, अमरिंदर सिंह लंदन में मौजूद हैं, जहां पर पिछले सप्ताह उनकी पीठ के निचले हिस्से की सर्जरी हुई, फिलहाल उनका स्वास्थ्य स्थिर है और अगले सप्ताह के अंत तक स्वदेश वापस लौटने की संभावना है।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अमरिंदर सिंह के कई करीबी नेताओं ने पार्टी को अलविदा कहने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया था। जिसमें पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी शामिल हैं। इसके अलावा अमरिंदर सिंह मंत्रिमंडल के चार शीर्ष मंत्री राज कुमार वेरका, सुंदर शाम अरोड़ा, बलबीर सिंह सिद्धू और गुरप्रीत सिंह कांगड़ शामिल हैं।
क्या परनीत कौर थामेंगी भाजपा का दामन ?
भाजपा के सामने अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर के रूप में सबसे बड़ी चुनौती है। पार्टी ने अपने खेमे में लाने की कोशिशों में जुटी हुई है, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटियाला सांसद हैं। दरअसल, परनीत कौर चाहती हैं कि उनकी बेटी जय इंदर कौर को भाजपा पटियाला से लोकसभा का टिकट देने का वादा करे।
भाजपा नेतृत्व इस बात से खफा है कि परनीत कौर ने अभी तक कांग्रेस का दामन नहीं छोड़ा है, जबकि उनके पति और उनके अधिकांश दोस्तों ने कांग्रेस को अलविदा कहा है। माना जा रहा है कि अमरिंदर सिंह की पार्टी का भाजपा में विलय की प्रक्रिया को उनके लंदन से लौटने के बाद शुरू किया जाएगा।