By रेनू तिवारी | Sep 21, 2023
भारत और कनाडा के बीच रिश्तें काफी खराब होते नजर आ रही है। नयी दिल्ली में हुई जी20 की बैठक से जाने के बाद से ही कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो काफी भारत विरोधी बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने अपनी संसद में खड़े होकर बयान जारी किया कि भारत के वांछित खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का हाथ है। वहीं भारत सरकार ने उनके इस बयान को खारीज कर दिया था। पिछले काफी समय से कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत का विरोध करने वालों के सुर में सुर मिला रहे हैं और अपनी राजनीतिक लालसा के कारण कनाडा स्थित आतंकियों का पालन पोषण कर रहे हैं। भारत में हो रहे किसान आंदोलन पर भी ट्रूडो ने टिप्पणी करके इंडिया के आंतरिक मामलों में दखल दिया था। लंबे समय से कनाडा का भारत के प्रति ये रवैया अब अपने चरम पर पहुंच गया है।
दोनों देशो के बीच आयी खट्टास को जी20 में भी देखा गया। खबरें तो यह भी विदेशी मीडिया ने छापी थी कि खालिस्तान के मुद्दे पर पीएम मोदी ने ट्रूडो सको बंद कमरे में डांटा भी था। उनका प्लेन खराब होने के बाद उन्हें विषेश कोई प्रोटोकॉल नहीं दिया गया था। ताजा रिपोर्ट की माने तो कनाडाई पीएम ट्रूडो ने G20 के दौरान भारत की ओर से ऑफर किए गए प्रेसिडेंशियल सुइट को ठुकरा दिया था, क्योंकि उन्हें भारत सरकार द्वाराअलॉट किए गये प्रेसिडेंशियल सुइट में सुरक्षित मेहसूस नहीं हो रहा था।
जस्टिन ट्रूडो ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति सुइट में रहने से किया था इनकार
कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली के ललित होटल में विशेष रूप से तैयार राष्ट्रपति सुइट में रहने से इनकार कर दिया, जिससे भारतीय खुफिया अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ गई। सूत्रों के मुताबिक, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के लिए नई दिल्ली के द ललित होटल में एक अलग प्रेसिडेंशियल सुइट बुक किया गया था, लेकिन उन्होंने एक भी दिन प्रेसिडेंशियल सुइट का इस्तेमाल नहीं किया। इसके बजाय, कनाडाई प्रधान मंत्री भारत में अपने प्रवास के दौरान होटल के एक सामान्य कमरे में रुके।
भारत सरकार सभी राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों के लिए वीवीआईपी होटल बुक किए थे
भारत सरकार ने दिल्ली में सभी राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों के लिए वीवीआईपी होटल बुक किए थे। दिल्ली पुलिस और सभी सुरक्षा एजेंसियां सभी प्रेसिडेंशियल सुइट्स की पूरी सुरक्षा की प्रभारी थीं। इसके बावजूद कनाडाई पीएम प्रेसिडेंशियल सुइट में नहीं रुके और होटल के एक सामान्य कमरे में रुके। इस शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली-एनसीआर में 30 से अधिक होटलों ने प्रतिनिधियों और राष्ट्राध्यक्षों की मेजबानी की। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन आईटीसी मौर्य शेरेटन में रुके और ताज पैलेस ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी की। सूत्रों ने कहा कि कुल मिलाकर, दिल्ली में 23 और एनसीआर में नौ होटलों ने जी20 प्रतिनिधियों की मेजबानी की।
सुरक्षा व्यवस्था
विदेशी मेहमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बल, एनएसजी कमांडो और दिल्ली पुलिस की टीमें शामिल थीं। सभी सुरक्षा एजेंसियों के कमांडो को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गईं। गृह मंत्रालय ने सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा के लिए कई बैठकें कीं। G20 प्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ गार्ड की 50 टीमें तैनात की गईं। सीआरपीएफ ने ग्रेटर नोएडा में वीआईपी सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्र में 1,000 कर्मियों की एक टीम का आयोजन किया, जिसने जी20 शिखर सम्मेलन में विदेशी मेहमानों की सुरक्षा सुनिश्चित की।