By अंकित सिंह | Nov 29, 2022
पहले चरण के लिए गुजरात में आज चुनाव प्रचार खत्म हो गया है। पहले चरण के लिए राजनीतिक दलों की ओर से पूरा दमखम लगाया गया। भाजपा ने अपने 27 सालों के सत्ता को बरकरार रखने के लिए ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां और रोड शो किया। वहीं, कांग्रेस को इस बात की उम्मीद है कि उसे भाजपा के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी होने का फायदा मिलेगा। वहीं आम आदमी पार्टी की एंट्री ने इस बार के चुनाव को काफी दिलचस्प बना दिया है। गुजरात में विधानसभा की 182 सीट है 89 सीट पर 1 दिसंबर को चुनाव होना है। पहले चरण में कच्छ, सुरेंद्रनगर, मोरबी, राजकोट, जामनगर, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर-सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, बोटाद, नर्मदा, भरूच, सूरत, तापी, डांग, नवसारी और वलसाड में चुनाव होने है।
पहले चरण के चुनाव में कुल 788 प्रत्याशी मैदान में हैं। पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा के सांसद प्रचार में शामिल रहे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी भाजपा के लिए जबरदस्त तरीके से गुजरात में प्रचार किया। दूसरी ओर कांग्रेस के लिए भी स्थानीय नेताओं ने पूरा दमखम दिखाया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी चुनावी जनसभा में पहुंचे थे। इसके अलावा अशोक गहलोत जमीन पर लगातार काम करते दिखाई दिए। राहुल गांधी की ओर से एक ही दिन दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया गया।
पहले चरण के प्रचार से प्रियंका गांधी भी काफी दूर रहीं। इसके अलावा कई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुजरात चुनाव में प्रचार करने नहीं पहुंचा। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का दावा है कि कांग्रेस अपने जनाधार वाले क्षेत्रों में लगातार काम कर रही है और इसके अलावा कांग्रेस के कार्यकर्ता गांव-गांव घर-घर जाकर वोट की अपील कर रहे हैं। इस बार गुजरात चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी को भी काफी उम्मीदें हैं। आम आदमी पार्टी ने गुजरात में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। यही कारण है कि गुजरात में आम आदमी पार्टी लगातार सरकार बनाने का दावा कर रही है। आम आदमी पार्टी भाजपा के समक्ष कड़ी चुनौती भी पेश कर रही है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी लगातार गुजरात में चुनावी प्रचार करते रहे।