By अभिनय आकाश | Jul 16, 2022
विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बीते दिनों पटना में थे। जहां तमाम विपक्षी दल के नेता उनके समर्थन में खड़े हुए थे। राष्ट्रपति चुनाव के लिए उनका समर्थन भी किया गया। लेकिन इसी बीच में यशवंत सिन्हा ने अपना दुख भी जाहिर किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार की चिंता नहीं है। इसलिए उन्होंने मुझसे बात करना तक मुनासिब नहीं समझा। इसके साथ ही यशवंत सिन्हा ने नीतीश पर फोन नहीं उठाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी बातों का जवाब तक उनकी तरफ से नहीं दिया गया।
मीडिया से बात करते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि विपक्षी दलों ने दिल्ली में तय किया कि मैं राष्ट्रपति चुनाव में उनका साझा उम्मीदवार बनूंगा। मैं कई लोगों को देशभर में फोन कर रहा था। बिहार के मुख्यमंत्री को भी मैंने कई बार फोन किया। संदेश भी पहुंचाया कि मैं उनसे बात करना चाहता हूं। लेकिन मैं शायद स्टेटस की तुलना में इतना नीचे था कि उन्होंने मुझसे बात करना उचित नहीं समझा। सिन्हा ने कहा कि उनसे बात नहीं हो पाई। मैं मानता हूं कि नीतीश जी को बिहार के बारे में सोचना चाहिए। जैसा मैंने आपसे कहा कि अगर जो कोई उम्मीदवार है जो बिहार से है पर नीतीश क्यों बिहार के उम्मीदवार के पक्ष में नहीं आए। ऐसा मेरी समझ में नहीं आ रहा है।
बिहार के बाद राष्ट्रपति चुनाव के लिए गैर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दलों के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा अपनी उम्मीदवारी को लेकर विधायकों और सांसदों का समर्थन जुटाने के लिए झारखंड की राजधानी रांची पहुंचे। शनिवार को कांग्रेस विधायकों की बैठक में शामिल होंगे और फिर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस सप्ताह की शुरुआत में सिन्हा ने दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे और झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर से मुलाकात की थी और 18 जुलाई को होने वाले आगामी चुनाव के लिए रणनीतियों पर चर्चा की थी।