नयी दिल्ली। बीएसएनएल की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए 54 हजार कर्मचारियों को बाहर निकालने की तैयारी से जुड़ी खबर को लेकर कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि मोदी के अपने ‘पूंजीपती मित्रों’ की कंपनियों को फायदा पहुंचाने के कारण बीएसएनएल एवं एमटीएनएल बन्द होने की कगार पर पहुंच गईं हैं।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, बीएसएनएल व एमटीएनएल किसकी टेलीफ़ोन कम्पनी हैं- देश के 130 करोड़ लोगों की। सरकारी बीएसएनएल और एमटीएनएल का किया बंटाधार, दोनों कंपनिया घाटे में डूबी, बीएसएनएल में 54,000 नौकरियाँ जाएँगी,एमटीएनएल बंद होने की कगार पर। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी जी ने पूँजीपती मित्रों की कंपनिया बढ़ाई,बीएसएनएल व एमटीएनएल बंद होने की कगार पर आई।
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खबरों के मुताबिक आर्थिक स्थिति सही करने के लिए और बीएसएनएल को फिर से पटरी पर लाने के लिए बोर्ड ने कई प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। कॉस्ट कटिंग के लिए 54 हजार कर्मचारियों को समय पूर्व छंटनी (स्वैच्छिक सेवानिवृति) के साथ कई और सुझावों को भी बोर्ड ने स्वीकार किया है।