इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई एवं पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ पनामागेट रिश्वत मामले में जांच कर रही टीम के समक्ष पेश हुए। इस टीम को सुप्रीम कोर्ट ने नियुक्त किया है। शाहबाज शरीफ परिवार के चौथे ऐसे सदस्य हैं जिनसे पैनल पूछताछ करेगा। शाहबाज शरीफ परिवार के खिलाफ धनशोधन के आरोपों की जांच कर रहे संयुक्त जांच दल (जेआईटी) के समक्ष पेश होने के लिए अपने बेटे हमजा शहबाज, गृह मंत्री चौधरी निसार और वित्त मंत्री इशाक डार के साथ शनिवार सुबह संघीय न्यायिक अकादमी (एफजेए) पहुंचे। पंजाब के 65 वर्षीय मुख्यमंत्री जेआईटी के समक्ष पेश होने से पहले अपने वकीलों के साथ मामलों पर चर्चा करने के लिए कल इस्लामाबाद पहुंचे थे। शाहबाज के पेश होने से कुछ ही दिन पहले जेआईटी ने नवाज शरीफ से पूछताछ की थी। शाहबाज जेआईटी के समक्ष गवाही देने वाले शरीफ परिवार के चौथे सदस्य हैं। नवाज पदभार संभालने के दौरान ऐसे पैनल के समक्ष पेश होने वाले पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री हैं।
उन्होंने अपनी गवाही में कहा था कि उन्होंने और उनके परिवार ने कुछ गलत नहीं किया है तथा उन्होंने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित उनकी सरकार के खिलाफ साजिश रचने के लिए 'कुछ अज्ञात तत्वों' को निशाना बनाया। जेआईटी ने नवाज शरीफ से गुरूवार को करीब दो घंटे पूछताछ की थी। जेआईटी ने नवाज के अलावा उनके बेटों हुसैन और हसन से पूछताछ की थी। उनके बड़े बेटे हुसैन से पांच बार और छोटे बेटे हसन से दो बार पूछताछ की गई।जेआईटी ने शाहबाज का बयान आज रिकॉर्ड करने के लिए इस सप्ताह की शुरूआत में उन्हें समन जारी किया था। शाहबाज के खिलाफ कोई प्रत्यक्ष आरोप नहीं लगाए गए हैं लेकिन उनसे इस संबंध में कोई सुराग हासिल करने के लिए पूछताछ की जा रही है।