नई दिल्ली। चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस आज पूरी दुनिया में फैल चुका हैं। इस वायरस के बढ़ते प्रकोप की वजह से सभी देश की सरकार एहतियात के तौर पर कई कदम उठा रही है। चीन से भी ज्यादा अगर किसी देश में इस वायरस का कहर बरपा हैं तो वह है इटली शहर जहां कोरोना वायरस से अब तक 5,476 मौतें हो चुकी है। आपको बता दें कि यह आकाड़ा चीन से भी ज्यादा हैं। कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए इटली में लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। इटली और चीन के बाद अब ब्रिटेन भी लॉकडाउन हो गया है। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने पूरे देश में इमरजैंसी की घोषणा कर दी हैं। बता दें कि ब्रिटेन में 24 घंटों के अंदर कोरोना वायरस के 3000 मामले आ चुकें हैं जो अब बढ़कर 5,683 हो गई हैं। इस वायरस से ब्रिटेन में अब तक 244 लोगों का मौत हो चुकीं हैं। इन आकाड़ो को देखते हुए लगता हैं कि कहीं ब्रिटेन का हाल भी इटली जैसा न हो। क्योंकि जिस तरीके से ब्रिटेन में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं उससे बस यही साबित होता हैं कि ब्रिटेन भी वहीं गलती कर रहा हैं जो कुछ समय पहले इटली ने की थी। इटली ने जिस तरीके से कोरोना वायरस के कहर को नजरआंदाज किया था वैसा ही कुछ ब्रिटेन भी करता नज़र आ रहा है।
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कहीं ब्रिटेन का हाल भी न हो जाए इटली जैसा
चीन से शुरू हुआ ये वायरस इटली में सबसे ज्यादा कहर बरपा रहा है। इटली में शनिवार को कोरोना वायरस से 793 लोगों की मौत हो गई जो एक दिन में हुई सर्वाधिक मौत है। अब सवाल हैं कि कोरोना वायरस ने इटली में आखिर इतनी जानें क्यों लीं? कोरोना की भयानक मार झेल रहा इटली का बाकी देशों की तुलना में इतना बुरा हाल क्यों है तो इसका पहला कारण यह हैं कि इटली में ज्यादातर बुजुर्ग लोगों की आबादी है और कोरना वायरस की चपेट में सबसे ज्यादा 80-100 के उम्र को लोग आए हैं। दूसरा कारण यह हैं कि कोरोना वायरस को गंभीरता से नहीं लेना। बता दें कि अगर किसी को कोरोना वायरस के लक्षण आने शुरू हो जाते हैं खासकर युवाओं को तो या तो वह इस चीज को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते हैं या तो टेस्ट कराने से बचते हैं। इटली में लोगों के टेस्ट नहीं कराने के कारण कोरोना से इतनी मौतें हुई। तीसरा कारण हैं इटली में पब, बार, रेस्तरां और लोगों के आने-जाने पर लगाम नहीं लगाना। लोगों के टेस्ट नहीं कराने से यह वायरस भीड़भाड़ इलाकों में तेजी से फैला यानि कि एक इंसान के वायरस से इन्फेक्टेड होने से यह कई लोगों में फैलना शुरू हुआ। इटली में कोरोना का इतनी तेजी से फैलने का चौथा और सबसे अहम कारण हैं देर से शहर का लॉकडाउन होना। जिसका लोगों ने उल्लंघन भी किया। लोगों ने नियम को गंभीरता से नहीं लिया जिसकी वजह से आज इटली में इतनी मौतें देखी जा रही है।
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कोरोना वायरस को ब्रिटेन क्यों नहीं ले रहा गंभीरता से
बता दें कि जिस तरीके से इटली में लोगों ने कोरोना वायरस को गंभीरता से नहीं लिया है वैसा ही कुछ ब्रिटेन भी करती नज़र आ रही है। एक दिन में 3000 मामलें आने के बाद ब्रिटेन ने अपने शहर को लॉकडाउन करने का फैसला किया। अगर यही फैसला पहले लिया होता तो आज ब्रिटेन में कोरोना वायरस से 244 लोगों की मौत नहीं होती। आपको बता दें कि इस वायरस का कहर अब बकिंघम पैलेस तक भी पहुंच गया है। बकिंघम पैलेस के एक स्टाफ कोरोना वायरस की चपेट में आ गया हैं जिसके बाद महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को एहतियात के तौर पर विंडसर कैसल में रखा गया है। 20 मार्च से लागू किया गया लॉकडाउन के अुनसार सभी पब, बार, रेस्तंरा बंद करने के आदेश दिए गए है। इटली में जिस तरह से बुजुर्ग लोगों की आबादी ज्यादा है वैसा ही ब्रिटेन में भी है। अगर ब्रिटेन में कोरोना वायररस तेजी से फैला तो सबसे ज्यादा मौतें बुजुर्ग लोगों की होगी। बता दें कि कोरोना वायरस को ब्रिटेन ने गंभीरता से नहीं लिया जिसकी वजह से आज हालात चिंताजनक बने हुए हैं। कोरोना वायरस से निपटने के लिए जिस तरीके से इटली ने ढील दिखाई वैसा ही कुछ यूरोपीय देश भी कर रहा हैं। ब्रिटेन का कोरोना वायरस के प्रति इतनी ढ़ील दिखाना आज काफी चिंता में लेकर आ गया हैं। कोरोना वायरस पर अगर काबू नहीं पाया गया तो ब्रिटेन में करीब 5 लाख 10 लोगों की मौत हो सकती है।
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