By निधि अविनाश | Feb 25, 2022
यूक्रेन पर रूस के एक के बाद एक हमलों के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का पहला बयान सामने आया है। जो बाइडेन ने इन हमलों के बाद साफ तौर पर कहा कि, रूस पर और कड़ी पाबंदियां लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि, जी-7 देश रूस पर सख्त प्रतिबंध लगाने को पूरी तरह से तैयार हैं। इसके साथ ही बाइडेन ने कहा कि, हम यूक्रेन के बहादुर लोगों के साथ खड़े हैं।
राष्ट्र के नाम संबोधन से पहले जो बाइडन ने ट्वीट कर कहा, आज सुबह मैंने यूक्रेन पर राष्ट्रपति पुतिन के अन्यायपूर्ण हमले पर चर्चा के लिए अपने G7 समकक्षों से मुलाकात की। बैठक में रूस पर और कड़े प्रतिबंधों और अन्य आर्थिक पाबंदियां लगाने पर सहमति बनी है। हम यूक्रेन के बहादुर लोगों के साथ खड़े हैं।
बाइडेन ने कहा कि, VTB सहित रूस के 4 और बैंकों पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे। रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात करने की मेरी कोई योजना नहीं है। वह पूर्व सोवियत संघ को फिर से स्थापित करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि उनकी महत्वाकांक्षा उस जगह के बिल्कुल विपरीत है जहां इस समय हम हैं। बाइडेन से यूक्रेन-रूस संकट पर क्या भारत यूनाइटेड स्टेट के साथ है? पूछे जाने पर बाइडेन ने जवाब दिया कि, हम भारत के साथ परामर्श कर रहे हैं, हमने इसे पूरी तरह से हल नहीं किया है।
बता दें कि, जी-7 दुनिया की सात उन्नत अर्थव्यवस्थाओं का एक अनौपचारिक समूह है।इसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को अपने संबोधन में कहा कि यूक्रेन में एक सैन्य अभियान शुरू करने का उनका कदम पड़ोसी देश से उत्पन्न खतरों के जवाब में उठाया गया है। पुतिन ने इस युद्ध को लेकर अन्य देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर कोई भी देश रूसी सैन्य अभियान में हस्तक्षेप करने का प्रयास करेगा तो वे ऐसे परिणाम देखेंगे जो उन्होंने कभी नहीं देखे।
अमेरिका नहीं भेजेगा यूक्रेन में मदद
यूक्रेन में तेजी से हो रहे हमलों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस की कड़ी निंदा की है। साथ ही कहा कि, हमें पहले से ही अंदेशा था कि, रूस यूक्रेन पर हमला करेगा। बाइडेन ने आगे कहा कि, पुतिन ने युद्ध का रास्ता चुना है। रूस के खिलाफ अमेरिका ने पहले ही कई प्रतिबंध लगा दिए है। बाइडेन ने यह भी साफ कर दिया है कि, अमेरिका इस युद्ध में यूक्रेन की को मदद नहीं कर सकता है। बाइडेन ने साफ कह दिया है कि, वह यूक्रेन में अपनी सेना नहीं भेजेगा क्योंकि यूक्रेन नाटो का मेंबर नहीं है।