ब्रासीलिया। ब्राजील की निर्वाचन अदालत ने राष्ट्रपति माइकल टेमर को पद से हटाने के खिलाफ आदेश दिया है जिससे उनके संकट से उबरने और भ्रष्टाचार मामले में खड़े विरोधियों को मात देने की संभावना बढ़ गई है। सर्वोच्च निर्वाचन न्यायाधिकरण ने टेमर के खिलाफ लगे आरोपों पर विचार किया और उनको 4-3 के मत से बरी कर दिया।
आरोप था कि 2014 के चुनाव के हिसाब से टेमर का निर्वाचन रद्द होना चाहिए क्योंकि इस चुनाव में भ्रष्टाचार के धन की भूमिका थी। निर्वाचन अदालत के इस फैसले से मंदी का सामना कर रहे ब्राजील को भी राहत मिली है जो 14 महीने के भीतर दूसरी बार नेतृत्व के संकट से घिर गया था। पिछले साल वामपंथी राष्ट्रपति डिलमा रॉसेफ के महाभियोग के बाद उप राष्ट्रपति टेमर राष्ट्रपति बने थे। अदालत का नेतृत्व कर रहे न्यायाधीश हरमन बेंजामिन ने टेमर को हटाने की पैरवी करते हुए कहा कि कारपोरेट घरानों की तरफ से बड़े पैमाने पर दिए गए अघोषित अनुदान और रिश्वत की वजह से 2014 में रॉसेफ-टेमर के निर्वाचन पर सवाल खड़े होते हैं। बाद में अदालत के सातों न्यायाधीश ने एक-एक करके वोट दिया और अदालत ने 4-3 से फैसला किया।