By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 24, 2022
लंदन| ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन उनके करियर के लिये खतरा बन गए ‘पार्टीगेट’ कांड से महीनों से जूझ रहे हैं।
हालांकि अभी तक वह बचे हुए हैं। इस सप्ताह उन्हें अपने राजनीतिक भविष्य के लिए एक और खतरे का सामना करना है: सरकारी कार्यालयों में लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर की गई पार्टियों की एक व्यापक रिपोर्ट अगले कुछ दिनों में प्रकाशित हो सकती है। वरिष्ठ लोक सेवक सू ग्रे “पार्टीगेट” पर अपने निष्कर्षों को जारी करने वाली हैं।
यह ‘पार्टीगेट’ कांड जॉनसन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट स्थित निवास और आस-पास की इमारतों में एक दर्जन से अधिक सभाओं व पार्टी से संबंधित है जो तब हुईं जब कोरोनोवायरस प्रतिबंधों के चलते ब्रिटेन में लोगों के एक-दूसरे से मिलने को लेकर तमाम तरह के प्रतिबंध लागू थे।
दावा है कि जॉनसन और उनके कर्मचारियों ने अवैध तरीके से कार्यालय में पार्टियों का आनंद लिया, जबकि देश में लाखों लोग 2020 और 2021 में सख्त कोविड-19 प्रतिबंधों का पालन कर रहे थे। इन दावों ने जॉनसन की कंजर्वेटिव सरकार को पिछले साल के अंत में पहली बार सामने आने के बाद से परेशान कर रखा है।
जॉनसन की पार्टी के कुछ लोगों समेत आलोचक उनसे इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की जांच की और पिछले हफ्ते कहा कि उन्होंने 83 लोगों के खिलाफ कुल 126 जुर्माने लगाए हैं। माना जा रहा है कि इनमें से अधिकतर कनिष्ठ कर्मचारी है लेकिन एक 50 पाउंड (60 डॉलर) का जुर्माना जॉनसन पर लगा है जो जून 2020 में उनके लिये दी गई एक गोपनीय जन्मदिन पार्टी में शामिल होने पर लगाया गया। इसके साथ ही वह पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बन गए जिन पर पद पर रहने के दौरान कानून तोड़ने का मामला सामने आया है। जॉनसन ने हालांकि माफी मांग ली थी लेकिन कहा था कि उन्होंने जानबूझ कर नियम नहीं तोड़े।
उनका कहना था कि उन्हें नहीं पता था कि लोगों की वह छोटी सी भीड़ एक पार्टी थी। उनके इस दावे का कई लोगों ने मजाक उड़ाया था। हालांकि पुलिस ने उन लोगों की पहचान का खुलासा नहीं किया जिनको जुर्माने का नोटिस जारी किया गया है।
इसके पहले डाउनिंग स्ट्रीट ने पुष्टि की थी कि बोरिस जॉनसन, उनकी पत्नी कैरी और चांसलर ऋषि सुनक उन लोगों में शामिल हैं, जिन पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री के कैबिनेट कमरे में जून, 2020 में जन्मदिन की दावत को लेकर जुर्माना लगाया गया है।