By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 09, 2020
मुंबई। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आयुक्त आई एस चहल ने कहा कि मुंबई में कुछ प्रयोगशालाएं कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिए नमूने की रिपोर्ट देने में 18 दिन लगाए हैं। पिछले महीने बीएमसी के आयुक्त के रूप में पदभार संभालने वाले वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि उन्हें पता चला कि 4 अप्रैल को लिए गए नमूने की रिपोर्ट 22 अप्रैल को दी गई थी। चहल ने सोमवार को एक टीवी चैनल से कहा, ‘‘कुछ प्रयोगशालाएं 18 दिन बाद रिपोर्ट सौंपकर गंभीर अपराध कर रही हैं। इसके लिए वे सजा पाने के हकदार हैं।’’
निकाय प्रमुख ने कहा कि उन्होंने ऐसी प्रयोगशालाओं को बताया कि कोरोना वायरस के लिए लिए गए नमूनों की रिपोर्ट देने में देरी की वजह स्वीकार्य नहीं है। चहल एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मैंने उन्हें स्पष्ट रूप से कहा कि यदि आप मुझे 24 घंटे में स्वैब रिपोर्ट नहीं दे सकते हैं, तो आप मुंबई में काम नहीं कर सकते। मैं 15-16 दिनों बाद आपकी रिपोर्ट स्वीकार नहीं कर सकता।’’ आयुक्त ने कहा, ‘‘हमारे पास मुंबई में 2,500 अस्पताल हैं। प्रत्येक अस्पताल को अब जांच करने के लिए अधिकृत किया गया है। हमने यहां तक कि लोगों को अपने घरों से नमूने एकत्र करने की अनुमति दी है, जो आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के बाहर है।’’ सोमवार तक, मुंबई में कोविड-19 के 49,863 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 1,700 मौतें शामिल हैं।