By राजीव शर्मा | Jul 26, 2021
मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा पर रविवार को भारतीय किसान यूनियन के नेताओं और पदाधिकारियों ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया। वहीं, पुलिस बल की मौजूदगी में भाकियू पदाधिकारियों ने टोल प्लाजा से निकले डिप्टी सीएम के काफिले के सामने प्रदर्शन किया और भाकियू के झंडे लहराए।
बता दें कि मेरठ के सर्किट हाउस से विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास कर डिप्टी सीएम नंगली तीर्थ के लिए रवाना हुए तो यहां पर उनके सामने विरोध प्रदर्शन के लिए भाकियू नेता झंडे लेकर पहुंच गए और विरोध जताने की कोशिश की।
दरअसल, रविवार सुबह से ही भाकियू कार्यकर्ताओं का कार्यक्रम था कि वह नंगली तीर्थ आश्रम में डिप्टी सीएम के जाने के दौरान उनका विरोध करेंगे। मगर कार्यकर्ता लगातार पुलिस को गुमराह करते रहे। हालांकि सीओ क्राइम संजीव दीक्षित, इंस्पेक्टर दौराला ब्रिजेश चौहान और पल्लवपुरम इंस्पेक्टर देवेश शर्मा ने भाकियू पदाधिकारी मनोज त्यागी, विनीत सांगवान, बबलू जाटौली आदि से बातचीत कर किसी तरह का विरोध न करने को कहा।जब कार्यकर्ता स्पष्ट जबाव नहीं दे पाए तो मेरठ से मुजफ्फरनगर को जाने वाली टोल प्लाजा की एक और दो लेन को रिजर्व कर दिया। इस पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। डिप्टी सीएम का काफिला जब टोल पर पहुंचा तो कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। पुलिस ने भाकियू के कब्जे वाली पांच और छह नंबर की लेन से उन्हें बाहर नहीं निकलने दिया।