By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 08, 2020
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि संशोधित नागरिकता कानून पर भारतीय जनता पार्टी को उसकी जिद के लिए भारी कीमत चुकानी होगी। इससे पहले चौहान ने कहा था कि केंद्र सरकार किसी भी कीमत पर नागरिकता कानून लागू करेगी। गौरतलब है कि चौहान ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस की देन बताया था।
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पंजाब के लुधियाना में मंगलवार को भाजपा नेताओं के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘एक निर्वाचित सरकार जो जनता की आवाज नहीं सुनती है और उनके गुस्से का जवाब नहीं देती है तो उस सरकार का भरोसा समाप्त हो जाता है और गिर जाती है।’’ उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर भाजपा का रवैया पूरी तरह खतरनाक और फासीवादी है और अंतत: इससे उनका पतन निश्चित है। मुख्यमंत्री ने बयान जारी कर कहा, ‘‘संशोधित नागरिकता कानून पर भारतीय जनता पार्टी को अपनी जिद के लिए भारी कीमत चुकानी होगी।’’ इस कानून पर उनकी सरकार के रवैये के बारे में सिंह ने कहा कि वे इस विभाजनकारी कानून को पंजाब में लागू करने के लिए हमारे ऊपर दबाव नहीं बना सकते हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने दोहराया कि न तो वह और न ही कांग्रेस धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय को नागरिकता देने के खिलाफ है लेकिन वे पूरी तरह मुसलमानों के खिलाफ भेद भाव कर रहे हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पर बरसते हुए कहा कि भाजपा के अन्य नेताओं की तरह चौहान को भी संशोधित नागरिकता कानून के निहितार्थ या परिणामों की कोई भनक नहीं थी। मुख्यमंत्री ने चौहान के उस दावे को खारिज कर दिया कि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कांग्रेस के दिमाग की देन है। अमरिंदर ने पूछा, ‘‘क्या वह या अन्य भाजपा नेता इन प्रदर्शनकारियों की आवाज नहीं सुन सकते, जिनमें से अधिकांश का इस मामले में कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है।’’