By अंकित सिंह | Jun 25, 2022
महाराष्ट्र में राजनीतिक गहमागहमी जारी है। शिवसेना से एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद वहां महा विकास आघाडी की सरकार खतरे में दिखाई दे रही है। महा विकास आघाडी किस सरकार का नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे थे। जबकि एनसीपी और कांग्रेस इसे समर्थन दे रही थी। यह गठबंधन कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के ऊपर बनाया गया था। कहीं ना कहीं एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र में कांग्रेस की भी चिंताएं बढ़ गई हैं। महाराष्ट्र में कांग्रेस सत्ता में हिस्सेदार थी और उसके पास कई अहम और बड़े मंत्रालय भी थी। कांग्रेस की ओर से लगातार विपक्ष की सरकारों को अस्थिर करने का आरोप भारतीय जनता पार्टी पर लगाया जाता रहा है। महाराष्ट्र की सियासी उठापटक पर भी कांग्रेस यही आरोप लगा रही है।
भूपेश बघेल का बयान
इन सबके बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा है। भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा विपक्षी दलों को बर्दाश्त ही नहीं कर पाती। असहमति का सम्मान वे करते ही नहीं। उन्होंने दावा किाय कि वे रौंद देना चाहते हैं, समाप्त कर देना चाहते हैं, लेकिन भारत एक लोकतांत्रिक देश है यहां इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता सब देख रही है। इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि भाजपा विपक्षी सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकती और स्थिति को खराब करने की कोशिश कर रही है... वे जिम्मेदार हैं। उन्होंने कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश में ऐसा किया; वे इसे ईडी, फोन टैपिंग वगैरह के जरिए अवैध रूप से करते हैं।
एमवीए सरकार खतरे में नहीं: पटोले
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने कहा था कि राज्य में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को कोई खतरा नहीं है। पटोले ने नागपुर में महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट को लेकर आरोप लगाया कि यह देश में चल रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति का हिस्सा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा केंद्र में उसके पास मौजूद ताकत का दुरुपयोग कर रही है और यह बात अब किसी से छुपी नहीं है। धन-ताकत का चक्र चल रहा है। वे झूठ के मार्ग पर चल रहे हैं, लेकिन जीत सच्चाई की होगी। यह दौर भी गुजर जाएगा।