आम आदमी पार्टी (आप) ने नगर निगम चुनाव में भाजपा के हाथों करारी हार के लिये ईवीएम को जिम्मेदार ठहराया है। सभी 272 वार्डों के चुनाव परिणाम घोषित होने से पहले ही आसन्न हार को देखते हुये आप नेताओं ने पार्टी की हार का ठीकरा ईवीएम में गड़बड़ी पर फोड़ दिया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी देश के लोकतंत्र का कड़वा सच है। उन्होंने कहा कि ’’इस मुद्दे पर कोई भी हमारा मजाक उड़ा सकता है लेकिन मजाक से डरकर हम सच बोलने से खुद को अलग नहीं कर सकते हैं।’’
हालांकि आप में इस राय से इत्तेफाक नहीं रखने वाले नेताओं के एक तबके ने ईवीएम पर हार का दोष मढ़ने के पार्टी के आधिकारिक रुख से दूरी बना ली है। पार्टी की प्रत्येक हार के लिये ईवीएम को दोषी ठहराने की रणनीति से दूरी बनाने वालों में पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं। पार्टी में उभरे अंतर्विरोध के ये स्वर अभी सतह पर आना बाकी हैं।
इस बीच चांदनी चौक से आप विधायक अल्का लांबा ने अपने विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुये विधायक पद से इस्तीफे की पेशकेश कर दी है। महज दो साल पहले विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाली आप की लगातार हार पर मंथन के लिये आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आगे की रणनीति तय करने के लिये पार्टी नेताओं का जमावड़ा लगा। बैठक में शामिल हुये श्रम मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पूरे शहर में ‘‘ईवीएम की लहर’’ चल रही है। भाजपा की जीत को ईवीएम लहर करार देकर राय ने भाजपाई जीत के सिलसिले को प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता से जोड़ने के सियासी पंडितों के प्रयास को नया मोड़ देने की कोशिश की।
राय ने कहा कि यह मोदी लहर नहीं बल्कि ईवीएम लहर है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिये खतरा बताते हुये कहा कि यही बात उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिली। राय ने कहा कि मतदाताओं के मताधिकार को सुनिश्चित करना होगा। भाजपा लोकतंत्र को नष्ट करना चाहती है।
केजरीवाल के मीडिया सलाहकार नागेन्द्र शर्मा ने भी भाजपा की जीत पर तंज कसते हुये ट्वीट किया कि ‘‘दिल्ली की गलियों को एक दशक तक साफ किये बिना एमसीडी में जोरदार जीत होने जा रही है। जब मशीन आपका साथ दे रही हो तब फिर लोगों की इच्छा निरर्थक हो जाती है।’’ हालांकि इससे पहले पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने पार्टी की हार स्वीकार करते हुये कहा कि नवगठित होने जा रहे नगर निगम और दिल्ली सरकार को अब जनहित में मिलकर काम करना होगा। मिश्रा के विधानसभा क्षेत्र करावल नगर में आप को पांच में से तीन वार्ड में हार का सामना करना पड़ा है।