कांग्रेस की प्रेममयी और राष्ट्रवादी सोच पर भारी पड़ी भाजपा-आरएसएस की नफरत वाली विचारधारा: राहुल गांधी

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By अनुराग गुप्ता | Nov 12, 2021

कांग्रेस की प्रेममयी और राष्ट्रवादी सोच पर भारी पड़ी भाजपा-आरएसएस की नफरत वाली विचारधारा: राहुल गांधी

नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की अयोध्या पर लिखी गई किताब की लॉन्चिंग के साथ ही विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोकोहरम से की है। जिसके बाद उनके साथ ही भाजपा ने कांग्रेस पार्टी को निशाना बनाया। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 'हिंदुत्व' पर बयान दिया। 

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राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुत्व और हिंदू धर्म में क्या अंतर है, क्या वे एक ही चीज हो सकती है? अगर वे एक ही चीज हैं, तो उनका एक ही नाम क्यों नहीं है ? वे स्पष्ट रूप से अलग चीजें हैं। क्या सिख या मुसलमान को पीटना हिंदू धर्म है ? नहीं... हिंदुत्व निश्चित रूप से है।

राहुल गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'जन जागरण अभियान' के एक प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित किया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आज हम माने या न माने आरएसएस और बीजेपी की नफरत भरी विचारधारा है। जबकि कांग्रेस की प्रेममयी, स्नेही और राष्ट्रवादी विचारधारा है, हमें इसे स्वीकार करना ही होगा। हमारी विचारधारा अभी भी जिंदा है, जीवंत है।

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उन्होंने कहा कि हमारी विचारधारा पर भारी पड़ गया है क्योंकि हमने इसे अपने लोगों के बीच आक्रामक तरीके से प्रचारित नहीं किया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि हिन्दुस्तान में 2 विचारधाराएं हैं, एक कांग्रेस की विचारधारा और दूसरी आरएसएस की। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने नफरत फैलाने का किया है।

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