By नीरज कुमार दुबे | Jan 28, 2023
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए मैदान सजना शुरू हो गया है क्योंकि सत्तारुढ़ भाजपा ने 48 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची के अनुसार केंद्रीय मंत्री और त्रिपुरा से सांसद प्रतिमा भौमिक को धनपुर सीट से विधानसभा चुनाव मैदान में उतारा गया है। वहीं, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा को टाउन बोरदोवाली से भाजपा प्रत्याशी बनाया गया है। भाजपा नेताओं अनिल बलूनी और संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवारों की घोषणा की।
2018 के पिछले विधानसभा चुनाव में वामपंथ के गढ़ माने जाने वाले त्रिपुरा में भाजपा ने सरकार बनाई थी। उससे पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने त्रिपुरा में 25 साल तक शासन किया था। भाजपा इस बार भी सत्ता बरकरार रखने के लिए जीतोड़ प्रयास कर रही है। त्रिपुरा के लिए जो चुनावी रणनीति बनाई गयी है उसके मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा का पूरा शीर्ष नेतृत्व पार्टी उम्मीदवारों के लिए सघन चुनाव प्रचार करेगा। भाजपा का प्रयास है कि 2023 के चुनावों की शुरुआत जीत के साथ हो। हम आपको बता दें कि इस साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और अगले साल देश में लोकसभा चुनाव होने हैं।
इस बीच, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने कांग्रेस के पूर्व नेता और त्रिपुरा के पूर्व शाही परिवार के वंशज प्रद्योत देब बर्मन के नेतृत्व वाली पार्टी तिपरा मोथा के साथ गठबंधन करने से इंकार कर दिया है क्योंकि देब बर्मन एक पृथक राज्य की जो मांग कर रहे थे उसे गृह मंत्री अमित शाह ने ठुकरा दिया है। दूसरे गठबंधनों की बात करें तो माकपा इस बार कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है।
हम आपको बता दें कि पार्टी उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए शुक्रवार को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक पार्टी मुख्यालय में हुई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस बैठक में मौजूद थे। उनके अलावा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित पार्टी की सीईसी के अन्य सदस्य मौजूद थे। बैठक में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और प्रदेश इकाई के कोर समूह के सदस्य भी शामिल हुए थे। इससे पहले, बृहस्पतिवार को उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा के लिए नड्डा, शाह, मुख्यमंत्री माणिक साहा, भाजपा के प्रदेश प्रभारी महेश शर्मा, पार्टी के पूर्वोत्तर राज्यों के समन्वयक संबित पात्रा और राज्यसभा सदस्य बिप्लब देब सहित अन्य नेताओं ने देर रात तक कई दौर की बैठक की थी। पार्टी मुख्यालय में शुक्रवार को हुई इस बैठक में नेताओं ने सीट वार उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गयी।
उधर, त्रिपुरा के पूर्व शाही परिवार के वंशज और राज्य के एक राजनीतिक दल तिपरा मोथा के संस्थापक प्रद्योत देब बर्मन ने आगामी चुनावों में भाजपा के साथ किसी भी गठबंधन से इंकार किया है। उन्होंने कहा, "कोई गठबंधन नहीं- मेरा दिल सहमत नहीं है और इसलिए मैंने फैसला किया है कि मैं नई दिल्ली के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं कर सकता। हम जीतें या हारें, हम एक आखिरी लड़ाई लड़ेंगे। मैं अपने उद्देश्य और लोगों के साथ विश्वासघात नहीं कर सकता।" हम आपको बता दें कि देब बर्मन ने कथित तौर पर राज्य में गठबंधन की संभावनाओं और "ग्रेटर तिपरालैंड" की अपनी मांग पर चर्चा करने के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से हाल ही में मुलाकात की थी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व शर्मा भी चर्चा के दौरान मौजूद थे। देब बर्मन त्रिपुरा के मूल निवासियों के लिए एक अलग राज्य की मांग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 16 फरवरी को मतदान होना है। नामांकन भरने की अंतिम तिथि 30 जनवरी है। मतों की गिनती दो मार्च को होगी।
इस बीच, भाजपा की राजनीतिक ताकत में तब इजाफा हुआ जब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के त्रिपुरा के विधायक मोबोशर अली भाजपा में शामिल हो गए। अली के अलावा तृणमूल कांग्रेस के नेता व कांग्रेस के पूर्व विधायक सुबल भौमिक ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।