By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 19, 2020
आइजोल। मिजोरम में शुक्रवार को राज्यसभा की एक सीट के लिए हुए मतदान में भाजपा के एकमात्र विधायक ने मतदान में भाग नहीं लिया, जिसके चलते राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी एमएनएफ की उम्मीदवारी त्रिकोणीय मुकाबले में फंस गई। इस पर मुख्यमंत्री जोरामथंगा ने कहा कि गठबंधन मुद्दों पर आधारित है और उनकी पार्टी को उभरते मामलों पर हां अथवा नहीं कहने का अधिकार है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वनलल्मुआका के मुताबिक, भाजपा का कोई उम्मीदवार नहीं होने के चलते बुद्ध धन चकमा ने मतदान में भाग नहीं लिया। हालांकि, राज्य का सत्तारुढ़ मिजोरम नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) केंद्र की राजग सरकार का गठबंधन सहयोगी है लेकिन बताया जाता है कि एमएनएफ राज्य की भाजपा इकाई के साथ मिलकर काम नहीं करता है।
राज्य सचिवालय में मतदान के बाद जोरामथंगा ने पत्रकारों से कहा कि जो मुद्दे राज्य की जनता के हितों के खिलाफ हैं, उसके मद्देनजर एमएनएफ किसी भी राजनितक दल के अधीन नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में राजग के साथ गठबंधन में लड़ी थी लेकिन उस दौरान भी राज्य के हितों को सर्वोपरि रखा गया था। राज्य में भाजपा विधायक के अलावा सभी विधायकों ने मतदान किया। एमएनएफ ने पार्टी की राष्ट्रीय कोर समिति के सदस्य के कंलालवेना को उम्मीदवार बनाया जबकि जोराम पीपुल्स मूवमेंट ने बी लालचानंजोवा और कांग्रेस के ललियनचुंगा को मैदान में उतारा है।