By अनुराग गुप्ता | Aug 12, 2022
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मिशन 2024 की तैयारियां शुरू कर दी हैं। भाजपा का लक्ष्य है कि साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों को जीता जाए और इसके लिए उन्होंने साल 2019 में हुए चुनावों से सीख लेते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश को लेकर रणनीति बनाने का काम शुरू कर दिया है। क्योंकि पार्टी 2019 के चुनावों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कमजोर साबित हुई थी। ऐसे में पार्टी किसी भी तरह की कोई गुंजाइश छोड़ने के मूड में नहीं है।
शक्ति केंद्र बना रही भाजपा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सत्तारूढ़ भाजपा अधिक से अधिक मतदाताओं तक अपनी पहुंच को बढ़ाने के लिए शक्ति केंद्र बना रही है। ताकि जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत किया जा सकें। आपको बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 30,000 के आस-पास बूथ हैं। ऐसे में भाजपा ने अपने संगठन को मजबूत बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों को 100-100 बूथ की जिम्मेदारी दी है। जिसके माध्यम से जनप्रतिनिधि इन बूथ को कवर करेंगे।
भाजपा की योजना है कि जनप्रतिनिधि बूथों पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित करें और केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के लाभर्थियों से फीडबैक लें। ऐसी ही योजपा पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए भी है। भाजपा शक्ति केंद्रों के माध्यम से किसानों, महिलाओं और युवाओं की समस्याओं पर विशेष ध्यान देगी और मतदाताओं के बीच पार्टी के लिए माहौल बनाने का काम भी शुरू होगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मेरठ और आगरा में किसान और युवा मोर्चा की तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके जरिए नेताओं को प्रशिक्षण दिया गया। मेरठ के हस्तिनापुर में किसान मोर्चा का और आगरा में युवा मोर्चा का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता और पदाधिकारी इसकी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, भाजपा ने अभी तक मंडल स्तर को सक्रिय रखा था लेकिन 2024 को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने मंडल स्तर की बजाय सेक्टर स्तर पर काम शुरू किया है। भाजपा का लक्ष्य है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हार का सामना करने वाली सीटों पर पूरा ध्यान केंद्रित किया जाए और 2024 में इन सीटों पर मिली हार को जीत में तब्दील किया जाए।