By राजीव शर्मा | Aug 12, 2021
भाजपा 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए कमजोर विधानसभाएं चिह्नित कर वहां वरिष्ठ नेताओं को कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की जिम्मेदारी सौंपने की कवायद पार्टी में तेज़ हो गई है। भाजपा के पश्चिमी क्षेत्र में मुरादाबाद, सहारनपुर और मेरठ मंडल मुख्य हैं हैं। तीनों मंडल में विधानसभा की 70 सीटें हैं। बरेली मंडल के बदायूं जिले की भी एक सीट पश्चिम क्षेत्र में ही मानकर और इसे मिलाकर सीटें 71 होती हैं। इनमें से वर्तमान में भाजपा के पास 52 सीटें हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी से 21 विधानसभा क्षेत्र संगठन की दृष्टि से कमजोर हैं, इनमें अधिकांश पर गैरभाजपा दलों का कब्जा है। अगले चुनाव में कमजोर सीटें जीतने के लिए पार्टी ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए प्रमुख रुप से निगम आदि के चेयरमैन या राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त अध्यक्षों और राज्यसभा सदस्यों को लगाये जाने की कयावद पर अब संगठन जोर शोर से जुट गया है। मेरठ में बुधवार को क्षेत्रीय कार्यालय पर विस्तारक कार्ययोजना बैठक आयोजित की गई।
इसमें क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर विस्तारक योजना लागू कर दी गई है। अब चुनाव संपन्न होने तक विस्तारक ही विधानसभा क्षेत्रों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे और सीधे रिपोर्ट करेंगे। संगठन के लिए यह महत्वपूर्ण कार्य है।पश्चिम क्षेत्र के 71 विधानसभा क्षेत्रों पर नजर रखने के लिए भाजपा ने 75 विस्तारकों की ड्यूटी लगाई है। ये विस्तारक विधानसभा क्षेत्रों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखेंगे। विधानसभा के दावेदारों की भी रिपोर्ट करेंगे। उनकी रिपोर्ट सीधे क्षेत्र अथवा प्रदेश स्तर पर होगी।इस अवसर पर प्रदेश सह संगठन महामंत्री कर्मवीर, प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र चौधरी, प्रदेश मंत्री अर्चना मिश्रा, विस्तारक कार्ययोजना क्षेत्र समन्वयक प्रमोद सैनी अट्टा, क्षेत्र सह समन्वयक दीपक ऋषि, क्षेत्रीय महामंत्री एवं पश्चिम क्षेत्र की 71 विधानसभाओं के विस्तारक उपस्थित रहे।