By अंकित सिंह | May 01, 2024
समाजवादी पार्टी (सपा) नेता और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी मारिया आलम खान उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक चुनावी रैली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए बड़ी संख्या में वोट जिहाद की अपील करने के बाद विवादों में घिर गई हैं। सपा नेता ने 'वोट जिहाद' पर जोर दिया और मौजूदा हालात में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए बीजेपी सरकार को भगाने को जरूरी बताया। अब इसी को लेकर भाजपा कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर हमलावर हो गई है।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि सपा नेता और सलमान खुर्शीद की भतीजी मारिया आलम खान ने बयान देकर साफ किया है कि 'घमंडिया' गठबंधन नफरत और जहर की खेती कर रहा है। भाटिया ने दावा किया कि उन्होंने कहा है कि 'वोट जिहाद' सोच-समझकर और समझदारी से करना होगा। अपना वार जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के 'नफरत का बाजार' में टीएमसी और एसपी ने भी अपनी दुकानें खोल ली हैं। अब उन्होंने वोट जिहाद का आह्वान किया है, लेकिन किसके खिलाफ? कांग्रेस का घोषणापत्र कहता है कि इस देश में बहुसंख्यकवाद नहीं चलेगा।
गौरव भाटिया ने कहा कि हिंदू बहुसंख्यक हैं। एक तरफ पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास और देश की संप्रभुता की रक्षा है तो दूसरी तरफ वोट जिहाद है। अखिलेश यादव की पीडीए का मतलब है 'प्रहार धर्म आस्था पर।'' उन्होंने कहा कि पिछले 24 घन्टे में 2 ऐसे साम्प्रदायिक बयान INDI अलायंस के नेताओं की तरफ से आए हैं, जो हमारे देश के कानून का उल्लंघन तो हैं ही, साथ ही मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का भी उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि चाहे वो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी हो, या समाजवादी पार्टी की नेता मरिया आलम खान हों (सलमान खुर्शीद की भतीजी)। इनके बयानों से स्पष्ट हो गया है कि घमंडिया गठबंधन लोकतंत्र के महापर्व के दौरान नफरत और जहर की खेती कर रहा है।