By अंकित सिंह | Sep 18, 2024
अरविंद केजरीवाल, जो शुक्रवार को तिहाड़ जेल से बाहर आए और मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने सबसे कम उम्र की कैबिनेट सहयोगी आतिशी को अपने उत्तराधिकारी के रूप में चुनकर आश्चर्यचकित कर दिया। हालांकि इस बात की व्यापक आशंका थी कि केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता को मुख्यमंत्री के रूप में नामित करेंगे, लेकिन उन्होंने आतिशी को चुनकर उम्मीदों पर पानी फेर दिया। हालांकि, इसको लेकर रादनीति भी हो रही है। भाजपा लगातार केजरीवाल पर निशाना साध रही है।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जो इस्तीफे का नाटक कर रहे हैं वह इस्तीफा नहीं है, यह नया पद है। उन्होंने कहा कि पहले वह जेल के अंदर से सीएम थे, फिर जमानत मिलने के बाद वह सीएम बने और अब वह प्रॉक्सी सीएम बनकर काम कराएंगे। आतिशी एक प्रॉक्सी सीएम हैं. उन्हें दिल्ली का मनमोहन सिंह बना दिया गया है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि चेहरा बदलने से क्या चरित्र बदल जाएगा? कांग्रेस भी कह रही है कि वे भ्रष्ट हैं...आज से दिल्ली में नया ड्रामा शुरू होगा...आप बंद करें ये ड्रामा।
भाजपा नेता ने कहा कि आतिशी को सोचना चाहिए कि दिल्ली की जनता के लिए क्या काम करना चाहिए। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने मंगलवार को एक बयान जारी कर आतिशी को दिल्ली की मुख्यमंत्री बनाए जाने के फैसले की आलोचना की। उन्होंने कहा, यह चिंताजनक है कि आप ने आतिशी को मुख्यमंत्री के तौर पर चुना है जबकि उनके माता-पिता भारतीय संसद पर हमले के लिए जिम्मेदार एक आतंकवादी को फांसी दिए जाने से रोकना चाहते थे। उन्होंने कहा कि यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति आप की प्रतिबद्धता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। चुघ ने कहा, किसी ऐसे व्यक्ति को विधायक दल की नेता नियुक्त करना, जिनके परिवार को एक दोषी आतंकवादी के साथ सहानुभूति थी, दिल्ली के लोगों के साथ अन्याय है। उन्होंने आप पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और दिल्ली के नागरिकों के हितों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया।