By अभिनय आकाश | Sep 16, 2022
समरकंद में दुनिया की महाशक्तियों की मुलाकात हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के साथ ही तुर्की के राष्ट्रपति से भी द्वीपक्षीय बातचीत हुई। वहीं एससीओ समिट में चीन के सामने पाकिस्तान ने फिर से कश्मीर का राग अलापा है। लेकिन आतंकी मसूद अजहर के सवाल पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने साफ चुप्पी साध ली। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने मसूद अजहर पर सवाल का जवाब नहीं दिया।
दूसरी तरफ पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि वैश्विक आतंकवादी और जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर अफगानिस्तान में है। यह तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में अपनी उपस्थिति से इनकार करने के कुछ दिनों बाद आया है। इंडिया टुडे से बात करते हुए जरदारी ने कहा कि अजहर अब सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच का मुद्दा नहीं रह गया है. उन्होंने कहा कि वह भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच एक त्रिपक्षीय मुद्दा बन गया है।
एससीओ समिट से ठीक पहले पाकिस्तान ने प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर की गिरफ्तारी के लिए अफगानिस्तान को पत्र लिखा था। पाकिस्तान ने पत्र लिखकर जैश ए मोहम्मद के प्रमुख आतंकी मसूद अजहर को गिरफ्तार करने की मांग की थी। सूत्रों ने बताया कि आतंकी मसूद अजहर संभवत: अफगानिस्तान के नंगरहार और कन्हार इलाके में मौजूद है। वहीं तालिबान ने मसूद अजहर के अफगानिस्तान में होने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं तालिबान ने दावा किया है कि मसूद अजहर पाकिस्तान में है।