By अंकित सिंह | Apr 17, 2025
पटना में रंगदारी के एक मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक रीतलाल यादव और उनके तीन करीबी सहयोगियों ने गुरुवार को बिहार के दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने अपनी जांच के तहत यादव और उनके करीबी सहयोगियों से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। यादव दानापुर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हैं। इससे पहले 11 अप्रैल को पटना के एक बिल्डर की शिकायत के आधार पर यादव और पांच अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद दानापुर और राज्य की राजधानी के अन्य इलाकों में 11 जगहों पर छापेमारी की गई थी।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने 10 लाख रुपये से अधिक नकद, 77 लाख रुपये के चेक, छह खाली चेक, संपत्तियों की बिक्री और खरीद से संबंधित 14 डीड और 17 चेकबुक भी बरामद कीं। पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि पिछले कई दिनों से विधायक के करीबी सहयोगियों से उसे जबरन वसूली और जान से मारने की धमकी वाले फोन आ रहे हैं। आरोप यह भी है कि आरोपियों ने संपत्ति से जुड़े कुछ दस्तावेजों में जालसाजी की है।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता पटना के खगौल इलाके में एक अपार्टमेंट ब्लॉक का निर्माण कर रहा था। मीडिया से बात करते हुए पुलिस अधीक्षक (पटना पश्चिम) शरत आरएस ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने और उचित अदालत से तलाशी वारंट प्राप्त करने के बाद पुलिस टीमों ने विधायक के दानापुर स्थित आवास के साथ-साथ उनके सहयोगियों से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की। इस बीच, विधायक के वकील सफदर हयात ने कहा कि यादव का कानून से बचने का कोई इरादा नहीं था और जैसे ही उन्हें मामले के बारे में पता चला, उन्होंने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया।