By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 08, 2021
वहीं, गोपालगंज के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को गत छह जून को लिखे पत्र में मंत्री ने कुचायकोट थाना अंतर्गत खानपट्टी गांव में महादलित समुदाय की एक लड़की का अल्पसंख्यक समुदाय के एक युवक द्वारा शादी करने के इरादे से जबरन अपहरण कर लिए जाने का जिक्र किया है। एसपी व डीएम को लिखे पत्र में मंत्री ने दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है ताकि पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द न्याय मिल सके।उन्होंने इस तरह की घटनाओं को शर्मनाक एवं निंदनीय करार दिया है।मंत्री ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार आम जन व गरीब, दलितों एवं असहायों को न्याय देने के प्रति कटिबद्ध है। जमुई के पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार मंडल ने मंगलवार को बताया कि पीडिता को बरामद कर उसका न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष बयान दर्ज कराया गया है तथा आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पीड़िता खुद को बालिग बता रही है। मंडल ने बताया कि पीडिता द्वारा युवक के साथ पूर्व से प्रेम प्रसंग होने और अपनी मर्जी से उसके साथ फरार होने को लेकर दिए गए बयान के खिलाफ पीडिता के पिता द्वारा अदालत में आवेदन दिया गया है।
गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने बताया कि पीडिता बालिग है और उसे बरामद कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पीड़िता का बयान स्थानीय अदालत में न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष रिकार्ड कराया जाएगा। इस मामले में पकड़ा गया आरोपी नाबालिग है और उससे पूछताछ की जा रही है।उल्लेखनीय है कि गत छह जून को बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पूर्णिया जिला सहित प्रदेश में विगत कुछ दिनों में दलितों पर अल्पसंख्यक समाज द्वारा कथित तौर पर अत्याचार किये जाने की घटनाएं काफी बढ़ जाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि प्रशासन को हर जगह चौकसी बरतने की जरूरत है। इसबीच बिहार में राजग सरकार में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर कहा पूर्णिया की घटना के बाद वहाँ के मुस्लिम समाज के लोगों ने दलित समाज के भाईयों के पक्ष में खड़े रहकर बता दिया कि सूबे के दलित-मुस्लिम एकजुट हैं।दलित-मुस्लिम एकता से जिन लोगों के पेट में दर्द हो रहा है, वही बिहार सरकार के पर उंगली उठा रहे हैं। बिहार में क़ानून अपना काम कर रहा है।