By अंकित सिंह | Jan 16, 2023
रामचरितमानस को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर के बयान पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार भाजपा और जदयू चंद्रशेखर के इस बयान को लेकर उन पर हमलावर है। इसके साथ ही राजद से लगातार कार्रवाई की मांग की जा रही है। दरअसल, चंद्रशेखर राजद कोटे से बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री हैं। नीतीश कुमार भी कह चुके हैं कि वह इस मामले को लेकर चंद्रशेखर से बात करेंगे। इन सबके बीच लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के नेता चिराग पासवान ने भी चंद्रशेखर को हटाने की मांग कर दी है। दरअसल, चंद्रशेखर ने कहा था कि रामचरितमानस समाज में नफरत फैलाती है। उनके इस बयान की चिराग पासवान ने निंदा की है और साफ तौर पर दावा किया है कि जदयू और राजद गठबंधन के भीतर लगातार संघर्ष बढ़ता जा रहा है।
अपने बयान में चिराग पासवान ने साफ तौर पर कहा कि अगर नीतीश कुमार अपने मंत्री के बयान से सहमत नहीं हैं तो उन्हें क्यों नहीं हटा रहे हैं? क्या उन्हें पद से हटाने की शक्ति नहीं है? वह इसकी जांच क्यों नहीं करा रहे हैं? हालांकि जदयू लगातार इस मामले को राजद का आंतरिक मामला बता रही है। हालांकि, वह यह भी बात कर रही है कि हम सभी धर्मों का आदर करते हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रामनवमी के दिन तक शोभायात्रा में शामिल होते हैं। जदयू का दावा है कि राजद नेता के इस बयान से भाजपा को फायदा हो रहा है। वहीं, राजद ने भी इस बयान पर भाजपा पर साजिश का आरोप लगा दिया है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने साफ तौर पर कहा कि भाजपा इसका इस्तेमाल कर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में फूट डालने की कोशिश कर रही है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हम सभी धर्म और ग्रंथों का सम्मान करते हैं। हालांकि, चंद्रशेखर के बयान पर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली। ‘रामचरितमानस’’ के बारे में अपमानजनक टिप्पणी को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की मुश्किलें शुक्रवार को बढ़ती दिखी। बिहार के एक से अधिक जिलों की अदालतों में कई याचिकाएं दायर की गईं हैं जिनमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया, जबकि उनकी पार्टी ने कहा कि उन्होंने वास्तव में भाजपा जो ‘‘कमंडलवादियों’’ का प्रतिनिधित्व करती है, के बारे में कहा था।