By अनुराग गुप्ता | Sep 05, 2022
नयी दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच तकरीबन 50 मिनट तक बातचीत हुई, जिसको लेकर राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा हो रही है। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर नीतीश कुमार की राहुल गांधी के साथ हुई यह मुलाकात काफी ज्यादा अहम मानी जा रही है।
राहुल के साथ पहली मुलाकात
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार की राहुल गांधी से पहली बार मुलाकात की। हालांकि मुलाकात करने के बाद नीतीश कुमार सीधे कांग्रेस नेता के आवास से निकल गए और मीडियाकर्मियों से कोई बातचीत नहीं की। आपको बता दें कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद राहुल गांधी ने नीतीश कुमार को फोन करके बधाई दी थी। हालांकि उस वक्त कोई मुलाकात नहीं हो पाई थी लेकिन विपक्षी एकजुटता का संदेश देने वाले नीतीश कुमार से उनकी अंतत: मुलाकात हो गई।
PM बनने की नहीं है इच्छा
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 'राहुल गांधी' के चेहरे पर चुनाव लड़ा था। हालांकि कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद राहुल गांधी ने व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद से लगातार विपक्ष को एकजुट करने की बात चल रही है। कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीम ममता बनर्जी दिल्ली की यात्रा करती हैं तो कभी तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव महाराष्ट्र की और तो और आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल को प्रधानमंत्री उम्मीदवार को मटेरियल बताते हुए एकला चलो की राह अपनाए हुए हैं।
ऐसे में विपक्षी एकजुटता की कोशिशों में नीतीश कुमार जुटे हुए हैं और उन्होंने कहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। हालांकि महागठबंधन की सरकार बनने के साथ ही राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ गई कि नीतीश कुमार विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। दिल्ली जाने से पहले नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी। महागठबंधन की सरकार बनने के बाद लालू प्रसाद यादव के साथ नीतीश कुमार की यह दूसरी मुलाकात थी।