By अंकित सिंह | Apr 12, 2023
2024 से लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकता को मजबूत करने की कवायद शुरू हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 3 दिनों से दिल्ली दौरे पर हैं। दिल्ली दौरे के दौरान नीतीश कुमार ने सबसे पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की और उनके हालचाल जाना। इसके बाद आज उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की। इन सब के बीच नीतीश कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की। अरविंद केजरीवाल ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की है। नीतीश कुमार की इस मुलाकात को विपक्षी एकता से जोड़कर देखा जा रहा है।
इससे पहले नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात के बाद साफ तौर पर कहा था कि हम लोगों के बीच बातचीत हो गई है। अधिक से अधिक पार्टियों को पूरे देश में एकजुट करने का प्रयास हम लोग आगे करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि हम आगे एक साथ काम करेंगे, यह पूरी तरीके से तय हो गया है। राहुल गांधी ने इस बैठक को ऐतिहासिक बताया था। उन्होंने कहा था कि विपक्ष को एक करने में एक बेहद ऐतिहासिक कदम लिया गया है, यह एक प्रक्रिया है। विपक्ष का देश के लिए जो विजन है हम उसे विकसित करेंगे। जितनी भी विपक्षी पार्टी हमारे साथ चलेंगी हम उन्हें साथ लेकर चलेंगे और लोकतंत्र और देश पर जो आक्रमण हो रहा है हम उसके ख़िलाफ एक साथ खड़े होंगे और लड़ेंगे।
वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्षी एकता को लेकर जबरदस्त तरीके से तंज कसा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर जब कुछ दल फंसते हैं तो इकट्ठा होने की कोशिश करते हैं। अपने बयान में अनुराग ठाकुर ने कहा कि भ्रष्टाचार के दलदल में डूबे कुछ दल जब एकत्रित होते हैं तो महाठगबंधन बनता है। उन्होंने कहा कि 2014 और 2019 में भी यही ठगबंधन बना था लेकिन कुछ नहीं हो पाया क्योंकि जनता जानती है कि विपक्षी दल भ्रष्टाचार में डूबे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इनका मुकाबला नरेंद्र मोदी से है, जिनकी 22 साल की CM से PM तक की राजनीति ईमानदार और साफ रही है।