मुजफ्फरपुर। बिहार में चमकी बुखार से मातम है, गम है, रोष है, वहीं जनप्रतिनिधि अपने अलग-अलग फॉर्मूले पेश कर रहे हैं। मौत के बुखार से दम तोड़ते नौनिहालों के लिए स्थानीय सांसद ने 4जी फॉर्मूले को जिम्मेदार बताया है। सांसद साहब तकनीक और आधुनिकता के दौर में बीमारियों के कारणों के नए विशेषण की खोज में कुछ आगे ही निकल गए। मुजफ्फरपुर से भाजपा सांसद अजय निषाद ने एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानि चमकी नामक बुखार के लिए 4जी फॉर्मूले को जिम्मेदार बताया है। निषाद ने गरीबी, गांव, गंदगी और गर्मी को बच्चों की मौत का जिम्मेदार ठहरा दिया। भाजपा सांसद यहीं नहीं रुके उन्होंने अनुसूचित जाति और पिछड़ा समाज के लोगों द्वारा ज्यादातर इस बीमारी का शिकार होने की बात करते हुए कहा कि उनका रहन-सहन का स्तर बहुत नीचे है। इसे ऊपर उठाए जाने कि जरूरत है।
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बता दें कि बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानि चमकी नामक मौत के बुखार से मुजफ्फरपुर में अबतक 108 बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि सैंकड़ों बच्चे अभी भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार ने इस बीमारी को रोकने और बीमार बच्चों की इलाज में पूरी ताकत झोंक दी है व आज सूबे के मुख्यमंत्री ने भी अस्पताल का दौरा किया जहां उन्हें विरोध का सामना भी करना पड़ा।