By अंकित सिंह | Feb 23, 2023
आज राजनीतिक हलचल उस वक्त तेज हो गई जब पवन खेड़ा को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद मामला सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने पवन खेड़ा को राहत देते हुए 28 फरवरी तक गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान कर दिया है। इसके साथ ही पवन खेड़ा के खिलाफ दर्ज एफाईआर को एक साथ जोड़ने के लिए असम और उत्तर प्रदेश की सरकारों से जवाब भी मांगा गया है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणियों को लेकर पवन खेड़ पर उत्तर प्रदेश के लखनऊ तथा वाराणसी में तथा असम में कई प्राथमिकी दर्ज की गई है। पवन खेड़ा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत हुए थे।
दरअसल, पवन खेड़ पार्टी की अधिवेशन में हिस्सा लेने के लिए रायपुर जाने वाले विमान में बैठे थे। तभी उन्हें नीचे उतार दिया गया। जानकारी के मुताबिक असम पुलिस के अनुरोध पर यह कार्रवाई की गई। इसके बाद राजनीतिक बवाल भी मच गया ।विपक्ष पवन खेड़ा की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा पर हमलावर हो गया। कांग्रेस के रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हेमंत बिस्वा सरमा जी ने असम में एक फर्जी FIR दर्जकर पवन खेड़ा को गिरफ्तार करवाया है। पवन खेड़ा का कसूर क्या है? हम इसके खिलाफ कानूनी तरीके और राजनीतिक तरीके से लड़ेंगे। राजस्थान CM अशोक गहलोत ने कहा कि पवन खेड़ा को प्लेन से जिस रूप से निकाला गया, इसकी जितनी निंदा करें वो कम है। ये घटना दुनियाभर में हमारे देश की बदनामी करवाएगी।
गहलोत ने साफ तौर पर कहा कि देश में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति बनती जा रही है। महंगाई, बेरोजगारी पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और तनाव, हिंसा बढ़ती जा रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस नेता(पवन खेड़ा)के साथ जो किया गया वो निंदनीय है। इस तरह की कार्रवाई तब की गई जब वो विमान में बैठने जा रहे थे। ये बीजेपी की कोई नई रणनीति नहीं है क्योंकि जब मैं प्रयागराज जाना चाहता था तब इन्होंने मुझे भी विमान में चढ़ने नहीं दिया था। BJP कानून नहीं मानती। वहीं, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि ये एक लंबी लड़ाई है और मैं लड़ने के लिए तैयार हूं।