By अंकित सिंह | Jan 23, 2024
बिहार में पिछले कई दिनों से राजनीतिक हलचल लगातार जारी है। इन सब के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक की बिहार के राज्यपाल से मिलने के लिए राज्य भवन पहुंच चुके हैं। इस दौरान उनके साथ जदयू के वरिष्ठ नेता विजय चौधरी भी मौजूद है। हालांकि, राजभवन पहुंचने से पहले नीतीश कुमार एक सरकारी कार्यक्रम में पहुंचे थे। अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर नीतीश कुमार क्या करने वाले हैं क्योंकि बिहार में लगातार राजनीतिक हलचल तेज है। यह दावा किया जा रहा था कि नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हो सकते हैं।
इसके अलावा यह भी दावा है कि नीतीश कुमार विधानसभा भंग कर एक बार फिर से चुनाव में जा सकते हैं। कुल मिलाकर देखें तो बिहार के राजनीतिक हलचल फिलहाल तेज है। आगे क्या होगा इसको लेकर सभी के सामने कई बड़े सवाल है। इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल-यूनाइटेड के बीच बढ़ते तनाव की खबरों के बीच, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ शुक्रवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ उनके आवास पर बैठक की थी। लालू प्रसाद यादव अचानक ही नीतीश कुमार से मिलने के लिए उनकी एक अणे आवास पर पहुंचे थे। दोनों नेताओं के बीच बैठक लगभग एक घंटे तक चली है। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है थी जब दोनों ही दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है।
नीतीश कुमार ने शनिवार रात अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करते हुए अपने सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तीन मंत्रियों के विभाग बदल दिए। अलग-अलग कारणों से सुर्खियों में रहे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया है। इस संबंध में जारी अधिसूचना के अनुसार, अभी तक गन्ना उद्योग और राजस्व एवं भूमि संसाधन विभाग संभालने वाले आलोक मेहता को राज्य का नया शिक्षा मंत्री बनाया गया। राजस्व और भूमि संसाधन विभाग ललित कुमार यादव को सौंपा गया है, जो जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की अपनी मौजूदा जिम्मेदारी को भी संभालते रहेंगे।