By अंकित सिंह | Aug 16, 2022
बिहार में नीतीश कुमार के साथ गठबंधन टूटने के बाद बीजेपी सक्रिय हो गई है। यही कारण है कि आज बिहार बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक दिल्ली में हो रही है। इस बैठक की उपयोगिता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हो रहे हैं। इसके साथ ही इस बैठक में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे के साथ-साथ बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, सुशील कुमार मोदी और शाहनवाज हुसैन भी मौजूद हैं। कुल मिलाकर देखें तो आने वाले दिनों में भाजपा की रणनीति बिहार में किस तरह की होगी, इसको लेकर इस बैठक में बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
इस बैठक में बिहार भाजपा के प्रमुख संजय जायसवाल भी मौजूद हैं। साथ ही साथ नित्यानंद राय, राधा मोहन सिंह, रेनू देवी, मंगल पांडे, सम्राट चौधरी और रविशंकर प्रसाद की भी मौजूदगी दिखाई दे रही है। इस बैठक में बिहार बीजेपी के नए अध्यक्ष के साथ-साथ विधानसभा और विधान परिषद में विपक्ष के नेता का भी चयन हो सकता है। लेकिन इस बैठक की सबसे बड़ी वजह यह बताई जा रही है कि आने वाले दिनों में बिहार में भाजपा की रणनीति कैसी रहेगी, इसको लेकर भी फैसला किया जा सकता है। बीजेपी साफ तौर पर दावा कर रही है कि तेजस्वी यादव के साथ नीतीश कुमार का गठबंधन अनैतिक है। नीतीश कुमार ने बिहार के जनादेश का विश्वासघात किया है।
भाजपा मीडिया विभाग के राष्ट्रीय सह-प्रभारी संजय मयूख ने कहा, ‘‘बिहार में जंगलराज-दो लौट आया है। जहां तक भाजपा की बात है तो हम सड़क से लेकर विधानसभा तक जनता की आवाज और उनके मुद्दे उठाएंगे।’’ बिहार विधानपरिषद के सदस्य मयूख ने कहा कि बैठक में जदयू-राजद की सरकार के खिलाफ पार्टी की रणनीति तैयार की जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नौ अगस्त को राजग से नाता तोड़ने के बाद भाजपा की यह पहली बैठक होगी, जिसमें पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी मौजूद रहेगा। नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठित नयी सरकार में राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। कुमार के दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार मंगलवार को हुआ।