By Suyash Bhatt | Nov 09, 2021
भोपाल। राजधानी भोपाल के हमीदिया कैंपस में बने कमला नेहरू हॉस्पिटल में लगी आग ने फायर सेफ्टी सिस्टम की पोल खोल दी है। बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर मिलाकर 8 मंजिल के इस हॉस्पिटल में आग से बचाव के कोई इंतजाम नहीं थे।
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वहीं ऑटोमेटिक हाइड्रेंट भी खराब पड़ा था। बताया जा रहा है कि करीब 6 महीने पहले ही नगर निगम ने अस्पताल और बड़ी इमारतों का ऑडिट करवाया था जो सिर्फ कागजों में ही हुआ था।
कमला नेहरू हॉस्पिटल में 15 साल से NOC नहीं ली गई थी। बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं, भोपाल की 70% अस्पताल और इमारतों के यही हाल है। वहीं निगम अफसरों का कहना है कि ऑडिट रिपोर्ट प्राइवेट एजेंसी देती है। इसी रिपोर्ट को सुरक्षा के लिहाज से ठीक मान लिया जाता है। लेकिन रिपोर्ट देने के बाद अमला मौके पर जाकर हकीकत नहीं देखता।
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आपको बता दें कि नियम के हिसाब से अस्पताल में फायर पंप, टेरेस पंप, फास्ट एंड फायर फाइटिंग एप्लांयसेज सिस्टम, प्रेशराइजेशन-ऑटो डिटेक्शन सिस्टम आदि फायर उपकरण जरूरी है। प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में नियम एक जैसे ही हैं।
हालांकि 6 महीने पहले निगम ने प्रत्येक अस्पताल और बड़ी बिल्डिंगों का ऑडिट करवाया था। इसके बाद जरूरी कदम उठाने को कहा था। बकायदा ऑडिट रिपोर्ट भी ली गई थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन के भरोसे फायर सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट तैयार की गई थी।