By अभिनय आकाश | Nov 17, 2021
दुनिया के दो सबसे ताकतवर देशों के राष्ट्रपति की मुलाकात हुई। ये मुलाकात आमने-सामने प्नत्यक्ष नहीं लेकिन बल्कि वर्चुअली। वाशिंगटन में उस वक्त शाम के करीब आठ बज रहे थे, जबकि बीजिंग में मंगलवार के सुबह का मौका था। दोनों ने एक दूसरे को देखकर हाथ मिलाकर अभिवादन किया। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुखातिब होते हुए कहा कि हमने बहुत समय एक दूसरे से बात करते हुए बिताया है। मेरी आशा है कि आज शाम भी हम बेबाक बातचीत कर पाएंगे। शी ने जवाब में दोस्ताना सुर में कहा कि ये सामने बैठकर बात करने जैसा तो नहीं है लेकिन मुझे अपने पुराने दोस्त से मिलकर बहुत खुशी हुई है। दोनों देशों के राष्ट्रध्यक्षों के बीच मीठी-मीठी बातचीत की ये तो बस एक झलक मात्र थी। ऐसी बहस जिससे दोनों देशों के बीच का गतिरोध टूटा हो ऐसा बिल्कुल भी नहीं कहा जा सकता है। बाइडेन ने जहां चीन को मानवाधिकार के मुद्दे पर घेरा तो वहीं ताइवान के मुद्दे पर तो जिनपिंग ने सीधे-सीधे चेतावनी दे डाली।
कोई भी आग से खेलेगा जल जाएगा
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कड़ा रूख अपनाते हुए कहा कि चीन अपनी संप्रभुता और सुरक्षा हितों की निश्चित रूप से रक्षा करेगा। इसके साथ ही ताइवान को लेकर चेतावनी भरे लहजे में कहा कि कोई भी आग से खेलेगा वह जल जाएगा। जिनपिंग ने कहा कि चीन का उदय रोका नहीं जा सकता।
कोविड 19 की शुरुआत की वजह पर पारदर्शी होना चाहिए
बाइडेन ने उत्तर पश्चिमी चीन में उइगर समुदाय के लोगों के मानवाधिकार के हनन, हांगकांग में लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शनों को कुचलने, स्व: शासित ताइवान के खिलाफ सैन्य आक्रमकता सहित कई मुद्दों पर चीन की आलोचना करते रहे हैं। बाइडेन ने कहा कि ताइवान में शांति और स्थायित्व कमजोर करने की कोशिश न हो। चीन को कोविड 19 की शुरुआत की वजह पर पारदर्शी होना चाहिए।