By आरती पांडेय | Sep 18, 2021
वाराणसी। कोरोना की तीसरी लहर की संभावना और केरल सहित पूर्वोत्तर के राज्यों में बढ़ते मामलों के बीच एक राहत भरी खबर एशिया के सबसे बड़े आवासीय विवि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों की ओर से निकलकर आ रही है। उनका कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर अभी कम से कम तीन महीनों बाद ही दस्तक देगी और इस लहर को टीकाकरण अभियान रोकने में काफी मदद करेगी। क्योंकि टीका लगवा चुके और कोरोना से ठीक हुए लोग एक विशेष प्रोटेक्टिव ग्रुप में सुरक्षित रहेंगे। पहले और दूसरे लहर को देखते हुए तीसरे लहर में भी बच्चे सुरक्षित रहेंगे।
कोरोना की पहली लहर से ही इस नये वायरस जनित बीमारी पर बारीकी से अध्ययन करने वाले BHU के जंतु विज्ञान के जीन वैज्ञानिक प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने कोरोना की तीसरी लहर पर जानकारी देते हुए कहा कि अभी तीन महीने तक कोरोनावायरस के तीसरे लहर से बचे रहेंगे और इसके साथ ही यह खुशखबरी भी दी है कि यह कोरोनावायरस की तीसरी लहर उतनी घातक नहीं होगी। लेकिन जैसा कि हर तीन महीने में एंटीबॉडी का स्तर गिर जाता है। इस लिहाज से अगले तीन महीने में एंटीबाॅडी का लेवल गिर जाएगा तो तीसरी लहर आ सकती है। लेकिन अभी चल रहा टीकाकरण अभियान से कोरोना के खिलाफ लड़ने में मदद मिलेगी।
इसके साथ ही प्रो. चौबे ने बातचीत में बताया कि कोरोना वायरस को तो नहीं रोका जा सकता है, लेकिन मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। समय समय पर कोरोना की पीक बढेगी और घटेगी। इसके लिए वैक्सीन लगवाना बहुत आवश्यक है। तीसरे लहर में बच्चों में कोरोना संक्रमण सबसे ज्यादा होने और अभी तक बचाव के लिए टीका न बनने के सवाल के जवाब में प्रो चौबे ने बताया कि बच्चों की वैक्सीन पर कैडिला कंपनी काम कर रही है और हमें उम्मीद है कि अगले 3-4 महीने में बच्चों की वैक्सीन भी बाजार में उपलब्ध हो जाएगी।