भोपाल। सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा बंगाल की स्थिति के बारे में किए गए एक ट्वीट को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। लोग इस पर सोशल मीडिया में टिप्पणियां कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस ने इसकी निंदा की है।
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने पश्चिम बंगाल में हिंसा को लेकर ममता बनर्जी का नाम लिए बगैर एक ट्वीट किया है। बुधवार शाम को किए गए इस ट्वीट में उन्होंने बंगाल की स्थिति को मुमताज लोकतंत्र बताया है। उन्होंने यह भी लिखा है कि शठे शाठ्यम समाचरेत, टिट फार टैट करना ही होगा। राष्ट्रपति शासन और एनआरसी बस यही उपाय हैं। संतों और वीरों की भूमि पर अब तो 'राम' बनना ही होगा। उनके इस ट्वीट की विपक्षी दलों द्वारा आलोचना की जा रही है।
साध्वी प्रज्ञा के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी के.के. मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि मध्य प्रदेश में जब लोकतंत्र पर हमला कर सरकार गिराई गई तब वे कुछ कहतीं तो अच्छा होता। प्रज्ञा सिंह ठाकुर बंगाल को लेकर ट्वीट कर रही हैं, लेकिन प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण हो रही मौतों से अनजान हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ ट्वीट करने के बजाए वो भोपाल में कोरोना से हुई मौत को लेकर ट्वीट करतीं तो बेहतर होता। हालंकि बाद में सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने किया हुआ विवादित ट्वीट हटा लिया।