By अंकित सिंह | Sep 19, 2022
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान फिर से विवादों में पड़ते नजर आ रहे हैं। इस बार उन्हें प्लेन से उतारे जाने का मामला है। दरअसल, पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भगवंत मान को लेकर एक ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में सुखबीर बादल ने लिखा कि सह-यात्रियों के हवाले से मीडिया में आई खबरों में दावा किया गया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को लुफ्थांसा फ्लाइट से उतारा गया क्योंकि वह बहुत नशे में थे और चलने की हालत में भी नहीं थे। इसके साथ ही सुखबीर बादल ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट पंजाबियों को शर्मिंदा करती हैं। अकाली नेता ने दावा किया कि इससे उड़ान में 4 घंटे की देरी हुई। वह आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में नहीं पहुंच सके।
एक अन्य ट्वीट में सुखबीर बादल ने लिखा कि चौंकाने वाली बात यह है कि पंजाब सरकार अपने मुख्यमंत्री भगवंत मान से जुड़ी इन खबरों पर चुप है। अरविंद केजरीवाल को इस मुद्दे पर सफाई देने की जरूरत है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भारत सरकार को कदम उठाना चाहिए क्योंकि इसमें पंजाबी और राष्ट्रीय गौरव शामिल है। यदि उन्हें विमान से उतारा गया था, तो भारत सरकार को अपने जर्मन समकक्ष के साथ इस मुद्दे को उठाना चाहिए। कांग्रेस नेता और पंजाब में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने उन रिपोर्टों की गहन जांच की मांग की कि पंजाब के सीएम भगवंत मान को फ्रैंकफर्ट में उतारा गया था क्योंकि वह कथित तौर पर यात्रा करने की स्थिति में नहीं थे।
कांग्रेस नेता ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से लुफ्थांसा से पूछताछ करने और कारण सार्वजनिक करने के लिए आग्रह किया है। भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने लिखा कि भगवंत मान ने वादा केजरीवाल से इंडिया में शराब को हाथ नहीं लगाने का किया था ना कि विदेश में। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) विपक्ष के इन आरोपों का खंडन कर रही है जिसमें दावा किया गया है कि मान को नशे में होने के कारण फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर उतारा गया था। पार्टी ने इसे झूठा और तुच्छ करार दिया है। वहीं, एक चश्मदीद ने कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री (भगवंत मान) स्पष्ट रूप से नशे में होने के कारण फ्रैंकफर्ट में उतरे थे।