By नीरज कुमार दुबे | Apr 04, 2025
वक्फ संशोधन विधेयक को संसद की मंजूरी मिल चुकी है। देशभर में मोदी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया जा रहा है लेकिन कुछ लोग विरोध में भी हैं और इस कानून को अदालत में चुनौती देने की बात कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं जम्मू-कश्मीर के ग्रैंड मुफ्ती नासिर-उल-इस्लाम जिन्होंने कहा है कि यह मुसलमानों की संपत्ति पर कब्जा करने का प्रयास है और इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जायेगी। प्रभासाक्षी से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह मुस्लिम समुदाय के अधिकारों को खतरे में डालता है, इसलिए उनके हितों की रक्षा के लिए कानूनी लड़ाई की जरूरत है। उन्होंने कहा, “यह मुसलमानों के खिलाफ युद्ध की शुरुआत है।”
उन्होंने कहा कि यह विधेयक धार्मिक समुदायों के बीच विवाद पैदा करने और कलेक्टरों को मुस्लिम हितों के खिलाफ काम करने का अधिकार देने के लिए बनाया गया है। उन्होंने कहा, “यह अल्पसंख्यकों को बदनाम करने और उन्हें बांटने तथा उन्हें कमजोर करने का एक तरीका है।” मुफ्ती ने विधेयक को “संविधान के मूल ढांचे पर हमला” बताया और घोषणा की कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और अन्य संगठन सामूहिक रूप से अपनी कार्रवाई का तरीका तय करेंगे। उन्होंने कहा, "अगर वे इसे कानूनी तौर पर चुनौती देने का फैसला करते हैं, तो हम उनके साथ शामिल होंगे। अन्यथा, हम इस विधेयक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में स्वतंत्र रूप से लड़ेंगे।"