दुर्गा पूजा पर टिकी हैं पश्चिम बंगाल के पर्यटन उद्योग की उम्मीदें, कोरोना के चलते हुआ था प्रभावित

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 10, 2021

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से प्रभावित पर्यटन उद्योग में तेजी आने के बीच दुर्गा पूजा त्योहारी सीजन के लिए बुकिंग उम्मीद से ज्यादा बढ़ गई है। पर्यटन संचालकों ने यह बात कही। उद्योग के सूत्रों के अनुसार, महामारी की संभावित तीसरी लहर की आशंका के बीच दुर्गा पूजा के दौरान यात्राओं के लिए बुकिंग जोरों पर है। ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्वी क्षेत्र के अध्यक्ष अनिल पंजाबी ने कहा, ‘‘कई लोग पारिवारिक मेल-जोल करने के लिए पर्यटन स्थलों की यात्रा कर रहे हैं, जो प्रतिबंधों के कारण लंबे समय से एक-दूसरे से नहीं मिल पाए थे।’’ 

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उन्होंने पीटीआई-को बताया, ‘‘इस बार प्रतिक्रिया और बुकिंग हमारी अपेक्षाओं से बहुत अधिक है। हमें बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। यदि आप इसकी तुलना कोविड-पूर्व समय से करते हैं, उदाहरण के लिए, 2019 से, तो पुनरुद्धार लगभग 60 प्रतिशत है। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यह और भी बढ़ेगा।” एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन ऑफ टूरिज्म के संयोजक राज बसु ने कहा कि कोविड सुरक्षा मानदंडों को ध्यान में रखते हुए कई यात्री इस बार शांत स्थलों में अधिक रुचि ले रहे हैं। 

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उन्होंने कहा, ‘‘लोग कई पर्यटक स्थलों पर जाने के बजाय कम से कम तीन से चार दिन तक एक ही स्थान पर रहना पसंद कर रहे हैं।’’ बसु ने कहा कि इस त्योहारी सीजन के लिए उत्तर बंगाल के चार जिलों- दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी में पर्यटकों ने विशेष रुचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि अधिकांश ग्रामीण पर्यटन स्थलों जैसे सित्तोंग, तगदाह, तिंचुले, पेडोंग को दुर्गा पूजा के लिए बुक किया गया है और दिवाली और क्रिसमस की छुट्टियों के लिए भी बुकिंग शुरू हो गई है।

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