By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 14, 2022
नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार के कार्यकाल में पश्चिम बंगाल ‘‘कानूनविहीन’’ और ‘‘दिवालिया’’ प्रदेश हो गया है। पश्चिम बंगाल के राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ तक विरोध मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ हुई झड़प के एक दिन बाद बनर्जी पर हमला करते हुए भाजपा ने कहा कि राज्य में पुलिस अत्याचार कर रही है और विरोधियों की आवाज दबाई जा रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि ममता बनर्जी राज्य के बाहर जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देती हैं और बंगाल में वह लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने और नागरिक अधिकारों का हनन करने की सारी सीमाएं लांघ रही हैं। उन्होंने आशंका जताई कि प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ किया गया बल प्रयोग तृणमूल कांग्रेस की अंदरूनी दुश्मनी का परिणाम हो सकता है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राजनीतिक उभार में पूर्ववर्ती वामपंथी सरकार के खिलाफ उनके जमीनी और लंबे संघर्ष की पृष्ठभूमि को रेखांकित करते हुए प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री का बर्ताव इसके ठीक ‘‘विपरीत’’ है। मुख्यमंत्री बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के बीच मतभेदों को लेकर मीडिया में छपी खबरों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या तृणमूल कांग्रेस में उत्तराधिकार की लड़ाई चल रही है? भाजपा नेता ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार और निर्दयता के मामले में ममता बनर्जी ने वामपंथी दलों को भी पीछे छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ममता बनर्जी की अगुवाई में पश्चिम बंगाल कानूनविहीन दिवालिया प्रदेश बन गया है।’’ प्रदर्शन के दौरान मंगलवार को कोलकाता और हावड़ा जिले के कई हिस्सों में पुलिस और प्रदर्शनकारी आपस में भिड़ गए और स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार की गई। भाजपा ने आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी की सरकार राज्य में विपक्ष की आवाज को दबा रही हैं जबकि तृणमूल कांग्रेस ने इस घटना को भाजपा कार्यकर्ताओं पर हंगामा और अराजकता करार दिया था।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान प्रसाद ने बिहार के बेगूसराय में हुई गोलीबारी की घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने राज्य के कृषि मंत्री के उस बयान के लिए भी मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि उनका विभाग ‘‘चोरों’’ से भरा है और वह (नीतीश) उसके ‘‘सरगना’’ हैं। प्रसाद ने कहा, ‘‘कमाल है...सुशासन बाबू, आपको नये मित्रों के साथ क्या क्या पदवी मिल रही है और आप कुछ कर पाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कुमार को दिल्ली में ‘‘सुशासन बाबू’’ का स्वांग करना बंद करना चाहिए और पहले अपना घर संभालना चाहिए।