वर्तमान समय में, हर व्यक्ति अपनी सेहत को लेकर काफी सजग होता जा रहा है। चूंकि आहार और हेल्थ का आपस में सीधा संबंध होता है, इसलिए लोग अपनी डाइट में ऐसी चीजों का समावेश करते हैं, जो हेल्दी हो। अक्सर माना जाता है कि हेल्दी चीजें स्वादिष्ट नहीं होतीं। लेकिन वास्तविकता इससे भिन्न है। बादाम का दूध पीने में जितना टेस्टी होता है, हेल्थ के लिए भी उतना ही अच्छा माना जाता है। तो चलिए जानते हैं स्वाद से लबालब बादाम के दूध के स्वास्थ्य लाभ के बारे में−
कम कैलोरी
बादाम का दूध पीने का एक सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि इससे आपको काफी कम कैलोरी प्राप्त होती है। अगर आप एक कप बादाम का दूध पीते हैं तो इससे आपको तीस से साठ कैलोरी मिलती है, जबकि एक कप गाय के दूध में 150 कैलोरी होती है। इस प्रकार अपने प्रतिदिन के कैलोरी काउंट को कम करने का यह एक आसान तरीका है। इसके अतिरिक्त एक कप बादाम के दूध में एक ग्राम कार्बोहाइड्रेट व तीन ग्राम फैट पाया जाता है, जबकि गाय के दूध में बारह ग्राम कार्ब्स व आठ ग्राम फैट मौजूद होता है।
हडि्डयों की करे रक्षा
अगर आप फोर्टिफाइड बादाम दूध का सेवन करते हैं तो इससे आपको काफी मात्रा में कैल्शियम मिलता है जो आपकी हडि्डयों के लिए वरदान समान होता है। अगर आप इसका व डेयरी प्रॉडक्ट का सेवन नहीं करते तो इससे कैल्शियम की कमी होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। साथ ही बादाम के दूध में कैल्शियम के साथ विटामिन डी भी मिलता है, जो शरीर में पोषक तत्वों के अब्जार्बशन में सहायक होता है। इसके चलते बादाम का दूध आर्थराइटिस, हडि्डयों की बीमारी व दांतों की भी बीमारियों से रक्षा करता है।
बनाए दिल को तंदरूस्त
बादाम के दूध में कोई कोलेस्टॉल या सेचुरेटेड फैट नहीं पाया जाता। साथ ही इसमें पॉलिअनसेचुरैटिड फैटी एसिड मिलता है जो बैड कोलेस्टॉल को कम करता है। इसके अतिरिक्त बादाम के दूध में पाया जाने वाला विटामिन ई दिल को भी स्वस्थ बनाता है।
प्रतिरक्षा तंत्र को करे मजबूत
फोर्टिफाइड बादाम के दूध में विटामिन ए, डी और ई प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने में मददगार होता है। इसके अतिरिक्त बादाम के दूध में आयरन और विटामिन बी भी पाया जाता है। यह दोनों पोषक तत्व भी इम्युन हेल्थ को मजबूत बनाने का काम करते हैं।
आंखें बनेंगी हेल्दी
आपको शायद पता न हो लेकिन बादाम का दूध आंखों के लिए काफी अच्छा होता है। इसमें विटामिन ई व कुछ ऐसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस व आंखों की बीमारियों जैसे मोतियाबिंद आदि से लड़ने में सहायक होते हैं।
-मिताली जैन