आमतौर पर पुदीने की चाय को सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। कैफीन फ्री होने के साथ यह चाय प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करती है। साथ ही इसे तनाव व थकान कम करने के लिए भी काफी प्रभावी माना जाता है। इस बात में कोई शक नहीं है कि पुदीने की चाय के सेवन से व्यक्ति को ढेरों लाभ प्राप्त होते हैं, लेकिन अगर आप सोचते हैं कि इससे सिर्फ लाभ ही मिलते हैं तो आप गलत है। पुदीने की चाय कुछ मायनों में अपना विपरीत प्रभाव भी छोड़ती है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में−
अपच की समस्या
जिन लोगों को अपच की समस्या का सामना करना पड़ता है, उनके लिए पुदीने की चाय नुकसानदायक साबित हो सकती है। दरअसल, अपच के रोगियों द्वारा पुदीने की चाय का सेवन करने से उनकी समस्या और भी अधिक बढ़ सकती है और इसके कारण उन्हें और भी अधिक दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए ऐसे व्यक्तियों को डॉक्टर से परामर्श के बिना पुदीने की चाय का सेवन नहीं करना चाहिए।
कम करें रक्त में शर्करा का स्तर
पेपरमिंट टी के सेवन का एक अन्य नुकसान यह होता है कि यह रक्त में शर्करा के स्तर को कम करती है। साथ ही यह मधुमेह रोगियों द्वारा ली जाने वाली दवाओं के प्रभाव को भी कम करती है। इसलिए मधुमेह रोगियों को इसका इस्तेमाल करने से परहेज करना चाहिए। अगर आप पुदीने की चाय पीने का मन बना रहे हैं तो एक बार डॉक्टर से अवश्य पूछें।
हो सकती है एलर्जी
आपको शायद पता न हो लेकिन कुछ लोगों को पुदीने की चाय का सेवन करने से एलर्जी होने की संभावना भी रहती है। अगर आपको पुदीने की चाय पीने के बाद सिर में दर्द, पैरों मे बैचेनी जैसे लक्षण दिखाई दें तो यह संकेत हैं कि आपको पुदीने की चाय से एलर्जी हो गई है। इस तरह के लक्षण दिखने के बाद आप पुदीने की चाय का सेवन बंद करें और तुरंत इलाज करवाएं।
छोटे बच्चों के लिए उचित नहीं
पुदीने की चाय भले ही औषधीय गुणों से युक्त हो लेकिन शिशु व छोटे बच्चों के लिए इन्हें उचित नहीं माना जाता। इसके चलते उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो सकती हैं या फिर मुंह में जलन का अहसास हो सकता है। इसलिए छोटे बच्चों को पुदीने की चाय देने से बचें, यह उनके लिए उचित नहीं है।
-मिताली जैन