By सुयश भट्ट | Jul 09, 2021
भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले खंडवा लोकसभा सहित तीन विधानसभा सीटों में उपचुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी अब आमने सामने आ गई है। कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण की बात छेड़ दी है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ओबीसी आरक्षण का मुद्दा उठाकर एक बार फिर शिवराज सरकार को घेरने की कोशिश की है।
दरअसल कमल नाथ ने ट्वीट कर कहा, “मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार ने 2019 में पिछड़ा वर्ग का आरक्षण 14% से बढ़ाकर 27% कर दिया था, लेकिन शिवराज सरकार ने इसे लागू करने के कोई गंभीर प्रयास नही किये। आरक्षण के खिलाफ हाईकोर्ट में कुछ याचिकाएं दायर की गईं, लेकिन सरकार द्वारा उचित पैरवी नहीं की जाने से बढ़ा हुआ आरक्षण अब तक लागू नही हो पाया। अगर सरकार सशक्त पक्ष समर्थन करे तो मध्य प्रदेश के पिछड़ा वर्ग को 27 फ़ीसदी आरक्षण का लाभ मिल जाएगा।
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कमल नाथ ने अगले ट्वीट में कहा, “पूर्व में 2003 में भी कांग्रेस सरकार ने यह आरक्षण लागू किया था, तब भी शिवराज सरकार की कमजोर पैरवी के कारण 10 साल तक मामला अदालत में लटका रहा और अंत में आरक्षण निरस्त हो गया। शिवराज सरकार को अपनी पिछड़ा वर्ग विरोधी मानसिकता त्यागकर, सामाजिक न्याय में सहयोग करना चाहिए।”
इसे लेकर बीजेपी नेता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग को 70 साल तक गुमराह किया और धोखा दिया है। उनके हित और हक में कोई उपलब्धि नहीं है, मोदी सरकार ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देते हुए तमाम योजनाओं का क्रियान्वयन किया है। कांग्रेस के नेता सिर्फ भड़काने का काम करते हैं, हमारी सरकार ओबीसी के हितों में काम कर रही है।