By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 23, 2019
नयी दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज माधव आप्टे के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उन्हें देश के सबसे चहेते क्रिकेटरों में से एक के रूप में याद किया जाएगा। आप्टे का सोमवार को सुबह मुंबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 86 बरस के थे। बीसीसीआई ने बयान में कहा कि वह सबसे चहेते क्रिकेटरों में से एक बने रहेंगे और बीसीसीआई दुख के इस समय में उनके परिवार और मित्रों के प्रति संवेदना जाहिर करता है।
इसे भी पढ़ें: टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाने के लिए लाला अमरनाथ को जिम्मेदार मानते थे माधव आप्टे
आप्टे ने भारत की ओर से सात टेस्ट खेले जिसमें से पांच उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ उसी की सरजमीं पर खेले। इन सात टेस्ट में उन्होंने 49 .27 की बेहतरीन औसत से 542 रन बनाए। उन्होंने इस दौरान एक शतक और तीन अर्धशतक जड़े। आप्टे ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 163 रन की अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली।
इसे भी पढ़ें: नहीं चला भारतीय बल्लेबाजों का जादू, दक्षिण अफ्रीका ने भारत को हराकर सीरीज की बराबर
बीसीसीआई ने कहा कि मुंबई की ओर से खेलते हुए आप्टे का कप्तान और खिलाड़ी के रूप में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दबदबा रहा। उन्होंने 67 प्रथम श्रेणी मैचों में छह शतक और 16 अर्धशतक की मदद से 38 .79 के औसत के साथ 3336 रन बनाए। संन्यास के बाद आप्टे मुंबई के क्रिकेट क्लब आफ इंडिया के अध्यक्ष बने और उन्होंने तब 14 साल के सचिन तेंदुलकर को सीसीआई की टीम में लाने में अहम भूमिका निभाई।