By निधि अविनाश | Apr 24, 2022
रिद्धिमान साहा को डराने के मामले में क्रिकेट जर्नलिस्ट और इतिहासकार बोरिया मजूमदार पर बीसीसीआई दो साल का प्रतिबंध लगा सकती है। इस दौरान बोरिया मजूमदार देश के किसी भी क्रिकेट स्टेडियम में नहीं जा पाएंगे। इसके अलावा बीसीसीआई, आईसीसी को खत लिखकर भी मजूमदार को ब्लैकलिस्ट करने की अपील करने वाली है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने आरोप लगाया था कि उन्हें पत्रकार मजूमदार ने धमकाया, वह रिद्धिमान साहा को इंटरव्यू देने के लिए मजूबर करने की कोशिश के दौरान डरा रहे थे। इसको लेकर साहा ने ट्विटर पर धमकी देने वाला मैसेज का एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया जिसमें मजूमदार, रिद्धिमान साहा से कहते हैं, "आपने फोन नहीं किया। मैं कभी आगे आपका इंटरव्यू नहीं करूंगा। मैं अपमान को आसानी से नहीं लेता और मैं इसे याद रखूंगा।" इन स्नैपशॉट को ट्वीट करते हुए साहा ने कैप्शन में लिखा था, "भारतीय क्रिकेट में मेरे तमाम योगदान के बाद मुझे एक तथाकथित 'सम्मानित' पत्रकार से इस चीज का सामना करना पड़ रहा है! आज पत्रकारिता कहां पहुंच चुकी है।"
रिद्धिमान साहा के इस ट्वीट के बाद भारतीय खिलाड़ी और पूर्व खिलाड़ी ने काफी नाराजगी जताई थी और साथ ही पत्रकार का नाम सार्वजनिक करने को कहा था। बाद में साहा ने बीसीसीआई पैनल के सामने मजूमदार के नाम का खुलासा किया था। साहा-मजूमदार विवाद के मद्देनजर, तीन सदस्यीय समिति ने कथित तौर पर साहा से मुलाकात की थी। बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक “हम भारतीय क्रिकेट बोर्ड की सभी राज्य इकाइयों को उन्हें स्टेडियम के अंदर नहीं जाने देने के लिए सूचित करेंगे। उन्हें घरेलू मैचों के लिए मीडिया मान्यता नहीं दी जाएगी और हम उन्हें ब्लैकलिस्ट करने के लिए आईसीसी को भी पत्र लिखेंगे।
भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री, महान सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से लेकर स्पिन जादूगर हरभजन सिंह और क्रिकेट पंडित आकाश चोपड़ा तक, खेल के कई दिग्गजों ने विवाद के बाद साहा को अपना समर्थन दिया था। साहा को उस समय श्रीलंका सीरीज के लिए टीम इंडिया की टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था। 37 वर्षीय क्रिकेटर इंडियन प्रीमियर लीग 2022 में हार्दिक पांड्या की गुजरात टाइटन्स के साथ खेल रहे हैं। साहा ने टीम इंडिया के लिए 40 टेस्ट और 9 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वनडे खेले हैं।