By नीरज कुमार दुबे | Feb 01, 2024
जम्मू-कश्मीर में विकास की बयार शहरों और गांवों ही नहीं बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में भी बह रही है और इसी के चलते दूरदराज के पहाड़ी क्षेत्रों में वह बुनियादी सुविधाएं अब पहुँचने लगी हैं जिन्हें आजादी के तुरंत बाद ही वहां पहुँच जाना चाहिए था। जम्मू-कश्मीर में बरसों तक राज करने वाले अब्दुल्ला और मुफ्ती श्रीनगर और दिल्ली में बातें तो बड़ी-बड़ी करते हैं लेकिन इन्होंने जम्मू-कश्मीर की जनता को बरसों तक बुनियादी सुविधाओं से दूर रखा। साफ पीने के पानी की बात हो, हर समय जल से नल की बात हो, पक्के आवास की बात हो, गली-मोहल्लों में पक्की सड़कों की बात हो, गांवों-कस्बों में प्राथमिक विद्यालय या स्कूलों की बात हो, बिजली के कनेक्शन की बात हो, केंद्र की हर योजना का लाभ पहुँचने की बात हो...यह सब अब जम्मू-कश्मीर के हर व्यक्ति तक पहुँच रहा है।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में दूरदराज में स्थित मंजकोट ब्लॉक में ग्रामीणों ने बातचीत में बताया कि कैसे मोदी सरकार और जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल प्रशासन उनके जीवन में बड़े बदलाव लेकर आये हैं। लोगों ने बताया कि पहली बार बिजली मिलना, पहली बार पक्का घर मिलना और पक्की सड़कें मिलना एक पुराने सपने के सच होने जैसा है। इस गांव के लोग मोदी सरकार का शुक्रिया करते हुए नहीं थक रहे।