दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बरखा सिंह ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया तथा राहुल गांधी एवं अजय माकन सहित पार्टी नेताओं पर हमला बोला। उन्होंने यह भी कहा कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगी। बहरहाल, उन्होंने पार्टी की वफादार सैनिक होने का दावा किया तथा कांग्रेस को छोड़ने की किसी योजना से इंकार किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस नहीं छोडूंगी और पार्टी के भीतर अपनी लड़ाई जारी रखूंगी।’’
दिल्ली कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि बरखा अपनी निजी शिकायतें निबटा रही हैं तथा पार्टी हितों को ऐसे नाजुक समय में नुकसान पहुंचा रही हैं जब निगम चुनाव सिर पर हैं। शर्मिष्ठा ने कहा कि वह ‘‘वफादार सैनिक’’ नहीं हैं बल्कि पीठ पर छुरा मारने वाली ऐसी व्यक्ति हैं जो जानबूझकर इस नाजुक समय पर पार्टी को नुकसान पहुंचा रही हैं। बरखा ने निगम चुनावों के लिए पार्टी के टिकट वितरण में महिलाओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की आवाज दबायी जा रही है तथा उनकी शिकायतों को दूर नहीं किया जा रहा।
दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा ने कहा, ‘‘दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने न केवल मेरे बल्कि महिला कांग्रेस की अन्य पदाधिकारियों के साथ भी अपने आवास पर दुर्व्यवहार किया। जब इस मामले को राहुल गांधी के संज्ञान में लाया गया तब भी कुछ नहीं किया गया।’’ राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि वह पार्टी की अगुवाई करने के लिए मानसिक रूप से उपयुक्त नहीं हैं। बरखा ने एक बयान में कहा, ‘‘पार्टी के बहुत वरिष्ठ नेताओं, जिनमें से मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहती, का भी यह मत है कि राहुल गांधी पार्टी की अगुवाई करने के लिए मानसिक रूप से उपयुक्त नहीं हैं। किन्तु वे इस बारे कहना क्यों नहीं चाहते, इसके कारण मेरे लिए अज्ञात हैं।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष पार्टी के नेताओं से मुलाकात नहीं करते। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल पार्टी के भीतर के मुद्दों पर विचार करने को अनिच्छुक हैं।